आगरा: चांदी व्यापारी पर यूं टूटा पुलिसिया कहर,चोरी का था शक, परिवार ने पुलिस पर लगाया ये आरोप

टीम भारत दीप |

थाने में उसे थर्ड डिग्री दी गई।
थाने में उसे थर्ड डिग्री दी गई।

आरोप है कि चोरी के शक में चांदी व्यापारी को डेढ़ घंटे तक थाने में रखकर पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी। बताया गया कि इससे व्यापारी बुरी तहर घायल है। वहीं पीड़ित व्यापारी ने इस संबंध में विधायक योगेंद्र उपाध्याय से शिकायत की है। जिसके बाद वह इस मामले में आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

आगरा। यूपी के आगरा से पुलिसिया बर्बरता के एक और चेहरा सामने आया है। दरअसल मामला जिले में छत्ता थाना पुलिस का है। जानकारी के मुताबिक आरोप है कि चोरी के शक में चांदी व्यापारी को डेढ़ घंटे तक थाने में रखकर पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी। बताया गया कि इससे व्यापारी बुरी तहर घायल है। वहीं पीड़ित व्यापारी ने इस संबंध में विधायक योगेंद्र उपाध्याय से शिकायत की है।

जिसके बाद वह इस मामले में आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर फंसाने के लिए दबाव डाल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थाना छत्ता अंतर्गत खालसा गली में सोमवार को चांदी व्यापारी के यहां चोरी हो गई थी। बताया गया कि इसकी रिपोर्ट थाना छत्ता में लिखाई गई थी।

मामले को लेकर पुलिस ने शक के आधार पर खालसा गली में ही चांदी का काम करने वाले यश वर्मा समेत कई लाेगों को पूछताछ के लिए सोमवार रात थाने बुलाया। बताया गया कि काफी देर पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद मंगलवार शाम को यश के पास पीपल मंडी चौकी से किसी का फोन आया और उसे चौकी पर फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया।

आरोप है कि चौकी पर पूछताछ के नाम पर उसके साथ बर्बरता की गई। बाद में थाने में उसे थर्ड डिग्री दी गई। बताया गया कि चौकी के बाद उसे फिर छत्ता थाने ले जाया गया। आरोप के मुताबिक यहां पर भी उसकी पिटाई की गई। बताया गया कि यहां उसे करीब डेढ़ घंटे तक रखा गया। देर रात को पुलिस ने उसे छोड़ा। बताया गया कि पुलिस की पिटाई से यश को काफी चोट आई है।

वहीं बुधवार दोपहर पीड़ित व्यापारी व अन्य लोग पुलिस की कार्रवाई के विरोध में दक्षिण विधानसभा विधायक योगेंद्र उपाध्याय से मिले और उन्हें आपबीती बताई। मामले में विधायक योगेंद्र उपाध्याय के मुताबिक पुलिस द्वारा युवक के साथ काफी बर्बरता की गई है। वह बैठ भी नहीं पा रहा था। बताया कि इस पूरे घटनाक्रम से ADG को अवगत कराएंगे।

इधर पीड़ित के भाई प्रशांत के मुताबिक आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कहा कि पुलिस जान बूझकर फंसाने के लिए दवाब डाल रही थी। इधर मामले को लेकर छत्ता थाना इंस्पेक्टर राजकंवल बालियान के मुताबिक युवक को पूछताछ के लिए बुलाया था, उसके साथ कोई मारपीट नहीं की गई है।

वहीं बताया गया कि इस संबंध में एसपी सिटी रोहन प्रमाेद को फोन किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
 


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