सेना में भर्ती की तैयारी के लिए दौड़ लगा रहे दो युवकों को कार ने मारी टक्कर , मौत

टीम भारत दीप |

कार चालक को लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ा है। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कार चालक को लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ा है। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

यह हादसा इटौंजा क्षेत्र में कुम्हरावां कुर्सी रोड पर हुआ। यहां के बाजपुर गांव निवासी आशीष यादव 17 और राम प्रवेश यादव 18 शनिवार तड़के रोजाना की तरह कुम्हरावां में कुर्सी रोड पर दौड़ लगा रहे थे। इस बीच सामने से आ रही तेज रफ्तार वैगनआर कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर से दोनों की मौत हो गई।

लखनऊ। राजधानी  लखनऊ में शनिवार तड़के तेज रफ्तार कार की टक्कर से सेना भर्ती के लिए दौड़ लगा रहे दो युवकों की मौत हो गई। हादसे के बाद भाग रहे कार सवारों को ग्रामीणों ने दबोच लिया। सूचना पर पहुंचे सीओ बीकेटी ह्रदेश कठेरिया ने इंस्पेक्टर और पुलिस कर्मियों की मदद से दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

ग्रामीणों ने कार सवारों को दबोचा

यह हादसा इटौंजा क्षेत्र में कुम्हरावां कुर्सी रोड पर हुआ। यहां के बाजपुर गांव निवासी आशीष यादव 17 और राम प्रवेश यादव 18 शनिवार तड़के रोजाना की तरह कुम्हरावां में कुर्सी रोड पर दौड़ लगा रहे थे।

इस बीच सामने से आ रही तेज रफ्तार वैगनआर कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर से दोनों की मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर इंस्पेक्टर इटौंजा जितेंद्र कुमार सिंह सीओ बीकेटी ह्रदेश कठेरिया और पुलिस कर्मी पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

इंस्पेक्टर ने बताया कि कार चालक को लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ा है। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

देश सेवा का था दिल मे जज्बा

 ग्रामीणों ने बताया कि आशीष यादव और राम प्रवेश दोनों सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। दोनों का सपना था कि सेना की वर्दी पहनकर देश की सेवा करेंगे। पर भर्ती का सपना लिए ही उनकी सांसे थम गई।

वहीं, हादसे में दोनों की मौत से उनके परिवारों में कोहराम मच गया। परिवारीजनों ने कहा कि बचपन से ही दोनों का यह सपना था कि सेना में भर्ती होंगे। इसी लिए वह रोजाना दौड़ने जाते थे। अक्सर दोनों साथ में रहते थे।

परिजनों का बुरा हाल 

दो युवकों की हादसे में मौत की सूचना से परिजनों का हाल बेहाल हो गया। परिजनों का कहना है कि उन दोनों का बचपन से ही सेना में जाने का सपना था। सेना में जाने के लिए दोनों नियमित अभ्यास करते थे। युवकों की मां के आंखों से आंसू नहीं थम रहे है। लोग परिजनों को ढांढस बंधा रहे है। 

 


संबंधित खबरें