सावधान: बात करते समय मर्ज न करें कॉल, खाली हो सकता है आपका बैंक खाता

टीम भारत दीप |

ऐसा करने से बचें अन्यथा आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
ऐसा करने से बचें अन्यथा आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

कॉल मर्ज होते ही जालसाज ओटीपी जानकर आपका बैंक खाता खाली करते हैं। सोशल मीडिया अकाउंट भी हैक कर सकते हैं। यदि आप भी धोखाधड़ी का शिकार होते है तो हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा, cybercrime.gov.in पर भी शिकायत कर सकते हैं। साइबर दोस्त साइबर सुरक्षा पर जानकारी साझा करता है।

नई दिल्ली। यदि आप किसी से फोन पर बात कर रहे है और किसी और का फोन आ जाए तो पहले फोन को काटकर ही दूसरे से बात करे। अगर दोनों फोन को मर्ज करते है तो यह आपके लिए काफी खतरनाक हो सकता है। कॉल को मर्ज न करें।

ऐसा करने पर आपका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो सकता है। इसके जरिये साइबर अपराधी आपके बैंक खाते तक भी पहुंच सकते हैं। साइबर धोखाधड़ी लगातर बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार ने चेतवानी जारी की। इसमें कहा है कि साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।

ओटीपी न करे शेयर

गृह मंत्रालय ने गुरुवार को अपने ट्विटर हैंडल ‘साइबर दोस्त’ के जरिये ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को लेकर भी चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि फोन पर कभी भी किसी अंजान व्यक्ति से बात करते समय कोई और कॉल मर्ज न करें।

कॉल मर्ज होते ही जालसाज ओटीपी जानकर आपका बैंक खाता खाली करते हैं। सोशल मीडिया अकाउंट भी हैक कर सकते हैं। यदि आप भी धोखाधड़ी का शिकार होते है तो हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा, cybercrime.gov.in पर भी शिकायत कर सकते हैं। साइबर दोस्त साइबर सुरक्षा पर जानकारी साझा करता है।

डिजिटल भुगतान या बैंक से जुड़े कोई भी लेनदेन करते समय मोबाइल नंबर एक ओटीपी आता है। इसके डालने के बाद ही लेनदेन पूरी होती है। ऐसे में अपना ओटीपी नंबर किसी से साझा न करें। इसके अलावा, ज्यादातर लोग फोन और मैसेज के जरिये भी ओटीपी साझा कर देते हैं। ऐसा करने से बचें अन्यथा आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

पब्लिक वाईफाई से बचें

मेट्रो, रेलवे स्टेशन, पार्क समेत ऐसी कई जगहों पर फ्री वाईफाई की सुविधा है। अक्सर लोग इंटरनेट बचाने और फ्री वाई फाई के चक्कर में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी पब्लिक वाई फाई के जरिए कर लेते हैं। इन फ्री वाईफाई में कुछ फ्रॉड भी हो सकते है। इस स्थिति में अगर आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं, तो आपकी बैंक से जुड़ी निजी जानकारी उनके पास चली जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि, पब्लिक वाईफाई से कभी भी अपने ट्रांजेक्शन ना करें।

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