अयोध्या से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे सीएम योगी, अब अलिखेश यादव की सीट का इंतजार

टीम भारत दीप |

अयोध्या से चुनाव लड़ने से ना केवल देश में अच्छा संदेश जाएगा ।
अयोध्या से चुनाव लड़ने से ना केवल देश में अच्छा संदेश जाएगा ।

भाजपा 80 बनाम 20 के नारे के साथ में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण और भविष्य में मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को मुद्दा बना रही है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सत्ता संभालते ही अयोध्या को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा।

लखनऊ। मुख्यमंत्री यो​गी आदित्यनाथ 2022 के समर में विरोधियों को धूल चटाने के लिए आयोध्या से चुनावी मैदान में उतरेंगे। आपकों बता दें कि भाजपा अभी भी हिन्दुत्च के मुद्दे पर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है।

मुख्यमंत्री योगी के करीबी अयोध्या में सीएम के लिए चुनावी जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है। वहीं बुधवार को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में भी योगी को अयोध्या से चुनाव लड़ाने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। वहीं शीर्ष नेतृत्व ने भी योगी को अयोध्या से लड़ाने की मंजूरी दी है। योगी की सीट तय होने के बाद अब ​अखिलेश यादव के सीट का इंतजार लोगों को है ।

मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में भाजपा 80 बनाम 20 के नारे के साथ में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण और भविष्य में मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को मुद्दा बना रही है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सत्ता संभालते ही अयोध्या को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा। योगी ने दीपावली पर हर वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के साथ अयोध्या के घाटों, मंदिरों के साथ समूची अयोध्या के विकास पर जोर दिया है।

राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी भाजपा

विधानसभा चुनाव में अयोध्या और राष्ट्रवाद के नाम पर ध्रुवीकरण के लिए भाजपा ने योगी को अयोध्या से चुनाव लड़ाने की तैयारी की है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि सीएम योगी के अयोध्या से चुनाव लड़ने से ना केवल देश में अच्छा संदेश जाएगा बल्कि अवध और पूर्वांचल की सीटों पर भी भाजपा को बढ़त मिलेगी।

केशव भी लड़ सकते हैं चुनाव

भाजपा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी कौशांबी की सिराथू सीट या प्रयागराज से भी चुनाव लड़ा सकती है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मैदान में सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट तय होने के बाद अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के कदम का इंतजार है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नये वर्ष के पहले ही दिन विधानसभा चुनाव लडऩे की घोषणा करने के चंद रोज बाद ही अखिलेश यादव ने भी कहा था कि वह भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। मायावती के विधानसभा चुनाव लडऩे से इन्कार करने के बाद अब लोगों की निगाह अखिलेश यादव के कदम पर लगी हुई है।

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