कोरोना का कहर: 15 मई तक स्कूल—कालेज बंद,अब रात 8 से सुबह 7 बजे तक लगेगा नाइट कर्फ्यू

टीम भारत दीप |

कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश जारी किया गया है।
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश जारी किया गया है।

प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं और कक्षाएं 15 तक के लिए टाल दी गई है। वहीं कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल-कॉलेज भी अब 15 मई तक बंद रहेंगे। यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कोविड-19 की टीम इलेवन के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान दिया है।

लखनऊ। कोरोना के चलते बिगड़े हालातों को देखते हुए अब स्कूल—कालेजों को 15 मई तक बंद कर दिया गया है। वहीं नाइट कर्फ्यू के समय को भी और बढ़ा दिया गया है। अब रात 8 बजे से सुबह सात बजे तक नाइट कर्फ्यू का समय कर दिया गया है। दरअसल यूपी में बढ़ते कोरोना के कहर के चलते हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं टाल दी गई हैं।

यह दूसरा अवसर है जब कोरोना के चलते परीक्षाएं टाली गई हैं। इससे पहले 24 अप्रैल, फिर 8 मई से बोर्ड परीक्षाएं प्रस्तावित थीं। परीक्षा स्थगित होने से करीब 56 लाख स्टूडेंट प्रभावित हुए हैं। वहीं अब 20 मई के बाद परीक्षा कराए जाने की संभावना है। इधर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं और कक्षाएं 15 तक के लिए टाल दी गई है।

वहीं कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल-कॉलेज भी अब 15 मई तक बंद रहेंगे। यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कोविड-19 की टीम इलेवन के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान दिया है। सीएम योगी ने 10 जिलों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। वहीं इसकी समय—सीमा को भी बढ़ाया गया है।

बताते चलें कि संक्रमित होने के बाद CM योगी की यही पहली बैठक थी। बीते बुधवार को उनके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई थी। इसके बाद सीएम ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया था।

बताया गया कि लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2000 से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी होगा। इसी के साथ कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का भी निर्देश जारी किया गया है।

उधर राजधानी लखनऊ में KGMU और बलरामपुर हॉस्पिटल को डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाएगा। लेकिन नॉन कोविड मरीजों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। वहीं लखनऊ में टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिन्द मेडिकल कॉलेजों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्षमता विस्तार किए जाने की आवश्यकता बताया गया है।

अगले दो दिनों में यहां अतिरिक्त बेड्स उपलब्ध कराए जाएं का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही सीएम ने बैठक में पंचायत चुनावों में लगे कर्मियों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाने को भी निर्देश दिया है।

उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन कराने, मतदान कर्मियों के लिए मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
वहीं यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी जनपदों में कोविड मरीजों के लिए बेड तथा ऑक्सीजन की समीक्षा प्रभारी हर दिन करे।

उन्होंने कहा कि RTPCR टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 24×7 सक्रिय रहें।

गौरतलब है कि कोरोनावायरस संक्रमण के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए योगी सरकार ने प्रोटोकॉल जारी किया है। इसके अन्तर्गत सभी जिलों में क्वारैंटाइन सेंटर बनेंगे। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से पलायन कर यूपी आ रहे प्रवासियों का जिले में स्क्रीनिंग कराना जरूरी होगा।

सात दिन का क्वारैंटाइन जरूरी कर दिया गया है। यानी कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद भी सात दिन खुद को आइसोलेशन में रहना होगा। यदि लक्षण हैं तो 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। बताते चलें कि योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के चुनिंदा 11 अधिकारियों की एक टीम बनाई है। इसे टीम इलेवन नाम दिया गया है।

टीम-11 ने भी मुख्यमंत्री की रणनीति पर अमल करते हुए अपने स्तर पर टीम-11 तैयार की है। यानी सीएम की टीम-11 के हर सदस्य की अपनी टीम-11 बनी है। सीएम की टीम—11 में मुख्य सचिव, तीन प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव, डीजीपी समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं।

जो इस दौरान पूरी व्यवस्था की निगरानी व रणनीति को जमीन पर उतारने में लगे है।


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