आगरा: ताजमहल में पर्यटकों की एंट्री हो सकती है बंद, वजह जानकर हर कोई हैरान

टीम भारतदीप |

ताजमहल में पर्यटकों की एंट्री पर लग सकती है रोक
ताजमहल में पर्यटकों की एंट्री पर लग सकती है रोक

ताजमहल पर सैलानियों की एंट्री को लेकर संकट का बादल मंडराने लगा है। ताजमहल पर कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है, ऐसे में ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाए तो कोई ताज्जुब नहीं होना चाहिए।

आगरा। ताजमहल का दीदार करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए ये अच्छी खबर नहीं है। ताजमहल पर सैलानियों की एंट्री को लेकर संकट का बादल मंडराने लगा है। ताजमहल पर कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है, ऐसे में ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाए तो कोई ताज्जुब नहीं होना चाहिए।

इसको लेकर अधीक्षण पुरातत्विद ने पुरातत्व महानिदेशक को पत्र भी भेज दिया है अब फैसले का इंतजार है। बता दें कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद ताजमहल को दोबारा सैलानियों के लिए खोला गया था। तबसे लेकर अभी तक 5000 सैलानियों के एक दिन में ताजमहल जाने की इजाजत है।

ताजमहल के अंदर जाने के लिए टिकट की बुकिंग अब ऑनलाइन करनी होती है। पर हालात ये है कि ताजमहल को देखने वालों की निर्धारित संख्या से ज्यादा लोगो की एंट्री इस वक़्त हो रही है। ऐसा होने के पीछे किसी और का नहीं बल्कि पुलिसकर्मी और सीआईएसएफ का हाथ सामने आया है।

बताया जाता है कि इससे ये संख्या बढ़कर पांच हजार से ज्यादा हो जाती है जो सीधे तौर पर कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन है। बता दें कि पहले उच्च अधिकारी ज्यादा दामों पर टिकट बेच रहे थे। वहीं अब सुरक्षाकर्मी भी सैलानियों के पास टिकट न होने पर उनको अपना अतिथि बताकर एंट्री करा देते हैं।

इसी बात को लेकर जब शनिवार को एएसआईकर्मियों और पुलिसकर्मियों के बीच झगड़ा हुआ तो पूरा मामला सामने आ गया। वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि कोरोना की वजह से सिर्फ 5000 हजार सैलानियों की ताज में जाने की इजाजत है लेकिन कुछ कर्मचारी ही इसका उल्लंघन कराने में लगे हुए हैं।

उन्होंने बताया कि पुरातत्व महानिदेशक को अवगत करा दिया है है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यालय जो भी निर्णय लेगा उसे लागू कर दिया जाएगा।


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