कोरोना को देखते हुए ताज महोत्सव का आयोजन न कराने का लिया गया फैसला

टीम भारतदीप |

हर वर्ष ये कार्यक्रम 18 फरवरी से 27 फरवरी तक चलता था।
हर वर्ष ये कार्यक्रम 18 फरवरी से 27 फरवरी तक चलता था।

उत्‍तर प्रदेश के आगरा में ताज महोत्‍सव का आयोजन इस वर्ष न कराने का फैसला लिया गया। पयर्टन विभाग के प्रस्‍ताव पर कमिश्‍नर ने कोरोना का हवाला देते हुए इसे रद्द करने का फैसला किया है।

आगरा। उत्‍तर प्रदेश के आगरा में ताज महोत्‍सव का आयोजन इस वर्ष न कराने का फैसला लिया गया। पयर्टन विभाग के प्रस्‍ताव पर कमिश्‍नर ने कोरोना का हवाला देते हुए इसे रद्द करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि हर वर्ष ये कार्यक्रम 18 फरवरी से 27 फरवरी तक चलता था।

बता दें कि कोरोना काल में देश में होने वाले बहुत से  कार्यक्रमों को रद्द किया गया है। इसी क्रम में अब आगरा में ताज महोत्‍सव भी कोरोना की भेंट चढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक इस संबंध में यूपी पर्यटन विभाग ने प्रस्ताव बनाकर कमिश्नर के पास भेजा था।

आगरा कमिश्नर ने आयोजन को कोरोना की वजह से रद्द करने का फैसला किया। उनका कहना है कि इसमें हजारों लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है। ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। बता दें कि ताज महोत्सव के आयोजन से पर्यटकों को एक से एक बेहतरीन नजारे देखने को मिलते है।

वहीं व्यापारियों के लिए ये व्यापार करने का अच्छा मंच साबित होता आया है। गौरतलब है कि पिछ्ले साल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत आने पर भी इंटरनेशनल ताज महोत्सव प्रभावित हुआ था। इसीलिए तब इस महोत्‍सव के दिनों को घटाकर सिर्फ तीन दिन कर दिया गया था।

आंकड़ों के हिसाब से ताज महोत्सव के दस दिन के आयोजन में एक करोड़ से ज्यादा देशी और विदेशी पर्यटक आते थे। इस दौरान लोक कला और संस्कृति का संगम होता था। बताते चले के ताज महोत्सव में मिनी भारत नजर आता था। गौरतलब है कि हर साल ताज महोत्सव का आयोजन स्थल शिल्पग्राम होता था।

वहीं इस बार ताज महोत्सव का आयोजन न होने से हजारों लाखों लोगों की उम्मीदों को ठेस पहुंची है। इसी के साथ ही व्‍यापारियों की उम्‍मीद भी टूट गई। बताते चले कि 30 साल में ऐसा पहली बार होगा कि इंटरनेशनल ताज महोत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा।


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