नहीं रूक रहा शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा, अब मैनपुरी में मिली फर्जी शिक्षिका, हुई बर्खास्त

टीम भारत दीप |

शिक्षिका से वेतन के रूप में दी गई धनराशि की वसूली भी की जाएगी। 
शिक्षिका से वेतन के रूप में दी गई धनराशि की वसूली भी की जाएगी। 

सुधा राठौर निवासी मोहल्ला अग्रवाल मैनपुरी ने वर्ष 2016 में सहायक अध्यापक पद पर जिले में नौकरी पाई थी। वह चयन के बाद प्राथमिक विद्यालय ककरारा पर पढ़ा रही थी। सुधा राठौर के स्नातक अभिलेखों की ऑफलाइन जांच जब डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी से कराई गई तो सुधा का बीए अंकपत्र फर्जी पाया गया। 

मैनपुरी। यूपी में फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले के बाद लगातार शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों के मिलने का सिलसिला जारी है। एक तरफ जहां युवकों को रोजगार नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक ही युवक एक दस्तावेज पर दो -दो जगह नौकरी करते पाए जा रहे है।

ताजा मामला प्रदेश के मैनपुरी जिले में सामने आया है। यहां एक शिक्षिका दो स्कूलों में नौकरी करते हुई पाई गई है। शिक्षा विभाग ने उसे बर्खास्त करके वेतन के रिकवरी की कार्रवाई कर रहा है। इस मामले के खुलासे के ​बा​द शिक्षा विभाग ने इस मामले की जांच कराने के लिए इसे एसटीएफ को सौंप दिया है।

एसटीएफ इस घोटाले की जांच में जुट गई है। ऐसे में अब एक ही नाम से दो जनपदों में नौकरी करने वाले इन शिक्षकों का बीएसए से रिकॉर्ड मांगा गया है। आपकों बता दें कि पूर्व में एक नाम से दो जिलों में नौकरी करने वाले जिले के छह लोग सेवा से बर्खास्त हो चुके हैं। एक बार फिर जिले में तैनात दो शिक्षकों की एसटीएफ ने जांच शुरू की है।

शिक्षा विभाग द्वारा ​एसटीएफ ने बीएसए को भेजे पत्र में बताया है कि मैनपुरी में तैनात दो शिक्षकों के अभिलेख संदेह के घेरे में है। उनके नाम से दो शिक्षक अन्य जनपदों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इनमें एक सुल्तानगंज जनपद में तो दूसरा शिक्षक बदायूं जनपद में नौकरी कर रहा है।

ऐसे में संबंधित शिक्षकों की नियुक्ति फाइल, शैक्षिक अभिलेख, पेनकार्ड, आधारकार्ड और मूलनिवास आदि की मूल प्रतियां उपलब्ध कराई जाएं। एसटीएफ के पत्र के बाद बीएसए ने संबंधित शिक्षकों से उनके अभिलेख मांगे हैं।

 इस विषय में बीएसए कमल सिंह ने बताया कि एसटीएफ ने दो शिक्षकों के अभिलेख मांगे हैं। संबंधित शिक्षकों को नोटिस जारी कर अभिलेख मांगे गए हैं। जांच में पूरी मदद की जाएगी। जो भी शिक्षक फर्जी पाया जाएगा उसकी बर्खास्तगी की जाएगी।

2016 में पाई थी नौकरी

मालूम हो कि सुधा राठौर निवासी मोहल्ला अग्रवाल मैनपुरी ने वर्ष 2016 में सहायक अध्यापक पद पर जिले में नौकरी पाई थी। वह चयन के बाद प्राथमिक विद्यालय ककरारा पर पढ़ा रही थी। सुधा राठौर के स्नातक अभिलेखों की ऑफलाइन जांच जब डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी से कराई गई तो सुधा का बीए अंकपत्र फर्जी पाया गया। 

सुधा राठौर को इस संबंध में नोटिस जारी किया गया। इस पर शिक्षिका ने अपने अभिलेख सही बताए। बीएसए ने मामले की जांच के लिए खंड शिक्षाधिकारी कुरावली सुमित कुमार को जिम्मेदारी सौंपी। खंड शिक्षाधिकारी कुरावली ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा और जनपद कासगंज के गंजडुण्डवारा कॉलेज में जाकर जांच की तो उनकी बीए का अंकपत्र और प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया।


वेतन की होगी रिकवरी

शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ होगी रिकवरी बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि शिक्षिका को बर्खास्त किया गया है। उसके खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारी मैनपुरी को दिए गए हैं। शिक्षिका से वेतन के रूप में दी गई धनराशि की वसूली भी की जाएगी। 

अब तक इनकी हो चुकी है बर्खास्तगी

  • धर्मेंद्र सिंह भिडरवार प्राथमिक विद्यालय गुन्हैया करहल, पांच मई 2020
  • धीरेंद्र सिंह प्राथमिक विद्यालय तरिहा किशनी, दो जुलाई 2020
  • दीप्ति अनुदेशिका उच्च प्राथमिक विद्यालय जमौरा बेवर, 16 जून 2020
  • दीप्ति शिक्षिका कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय करहल, 16 जून 2020
  • विमलेश कुमारी, प्रधानाध्यापिका प्राथमिक विद्यालय घुराई घिरोर, 5 अक्तूबर 2020
  • अनूप सिंह, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय मधुकरपुर कुरावली, 6 नवंबर 2020
  • फर्जी बीएड डिग्री मामले में भी जिले के 74 शिक्षकों पर हो चुकी है कार्रवाई 

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