भगवान भरोसे था जनता का पैसा, करोड़ों के बैंक में नहीं था कोई गार्ड

टीम भारतदीप |
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दोनों चाबियों को लेने के बाद विवेक ने गेट खोल दिया।
दोनों चाबियों को लेने के बाद विवेक ने गेट खोल दिया।

फिल्मी अंदाज में बैंक कर्मचारियों को बंधक बनाकर धमकाया गया और चाकू की नोंक पर करेंसी सेफ को खुलवाकर 56.94 लाख रुपये लुटेरों ने बैग में भर लिए। जाते-जाते सीसीटीवी कैमरों पर नजर पड़ी तो कंप्यूटर की डीवीआर भी निकाल ले गए। बैंक डकैती की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया।

आगरा। जनता की गाढ़ी कमाई बैंकों में भगवान भरोसे ही है। क्योंकि जनता के भरोसे पर अक्सर सेंधमारी की खबरें सुनने को मिलती रहती है। वहीं इस कमाई को सुरक्षित रखने का भरोसा देने वाले बैंक जब अपनी ही सुरक्षा करने में नाकाम नजर आएं तो जनता के भरोसे को चोट जरूर पहुंचती है।

ताजा खबर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक से आई है। यहां बिना सुरक्षाकर्मी के चल रहे बैंक में फिल्मी अंदाज में लुटेरे जनता की गाढ़ी कमाई के करीब 57 लाख रूपये लूटकर फरार हो गए और जनता के भरोसे को कायम रखने का दंभ भरने वाला बैंक मुंह ताकता रह गया।

काफी देर बाद जब पुलिस को इसकी सूचना मिली तो पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की। दरअसल बीती शाम आगरा-ग्वालियर हाईवे के रोहता स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में डाका पड़ा था । फिल्मी अंदाज में बैंक कर्मचारियों को बंधक बनाकर धमकाया गया।

और चाकू की नोंक पर करेंसी सेफ को खुलवाकर 56.94 लाख रुपये लुटेरों ने बैग में भर लिए। जाते-जाते सीसीटीवी कैमरों पर नजर पड़ी तो कंप्यूटर की डीवीआर भी निकाल ले गए। बैंक डकैती की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया।

एडीजी जोन, आईजी रेंज, एसएसपी मौके पर पहुंच गए। नाकाबंदी करके बार्डर स्कीम लागू की गई। मगर लुटेरों का सुराग नहीं मिला।  बैंक में मैनेजर अनीता मीणा, डिप्टी मैनेजर विवेक यादव, कैशियर प्रशांकी बघेल, क्लर्क शशांक वीरेश और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पुनीत कुमार हैं।

बैंक के डिप्टी मैनेजर विवेक यादव के मुताबिक चार बजे ग्राहकों का प्रवेश बंद कर दिया जाता है। बैंक में कलेक्शन का कार्य किया जाता है। इसके बाद एटीएम से निकाले गए कैश की जानकारी वो लेते हैं। पुनीत मुख्य शाखा में क्लीयरेंस कराकर आता है। वह रोजाना चाय के लिए दूध लेने चला जाता है।

बैंक में कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है। उनके मुताबिक शाम 4.50 बजे उन्होंने एटीएम में जाने के लिए बैंक का शटर खोला। गेट के पास दो लोग खड़े हुए थे। उनमें से एक ने उनके पेट पर चाकू लगा दिया। इसके बाद दोनों उन्हें खींचकर अंदर की तरफ ले आए। पीछे से दो और बदमाश दनदनाते हुए अंदर आ गए।

सभी ने मास्क, मंकी कैप, हेलमेट, ग्लब्स के साथ जैकेट पहन रखी थीं। एक बदमाश ने कैश काउंटर पर जाकर कैशियर तो दूसरे ने मैनेजर पर तमंचा तान दिया। बदमाशों को देखकर दोनों घबरा गईं। बाकी दो बदमाशों ने विवेक के साथ ही शशांक पर भी चाकू लगा दिया।

बदमाश कर्मचारियों को एक साथ पीछे की तरफ स्ट्रांग रूम के बगल में ले आए। यहां से स्टोर में ले गए। तलाशी लेकर मोबाइल निकालकर एक तरफ फेंक दिए। विवेक यादव के मुताबिक बदमाश चारों को स्टोर रूम में ले आए। कैश के बारे में पूछने लगे। इस पर विवेक ने कहा कि काउंटर पर रखा है।

बदमाशों ने कहा कि इसके अलावा कैश कहां रहता है? उन्होंने कहा कि अंदर है। इस पर दो बदमाश विवेक को धमकी देने लगे। उनकी गर्दन पर चाकू लगाकर कहा कि मरना नहीं है तो खोल दे इसको। अभी खोल दें। नहीं तो मर जाएगा। स्ट्रांग रूम दो चाबियों से खुलता है।

एक चाबी टेबल पर रखी थी, जबकि दूसरी कैश काउंटर पर थीं। दोनों चाबियों को लेने के बाद विवेक ने गेट खोल दिया। दूसरे बदमाश ने बैंक में ही रखे विवेक के बैग में स्ट्रांग रूम के अंदर से 500 रुपये के नोट की तीन गड्डी और दस रुपये के सिक्के रख लिए। 20 और 50 के नाए नोट की गड्डी छोड़ दीं।

इसके बाद कैश काउंटर से तकरीबन 41 लाख रुपये बैग में भर लिए। वहीं बैंक की मैनेजर अनीता मीणा के मुताबिक बदमाशों ने हैंड्सअप बोलकर पूरे स्टाफ के  हाथ खड़े करा दिए थे। चाकू और तमंचे तान रखे थे। बैंक में पैनिक बटन है, उसे दबाने की सोच रही थी लेकिन बदमाश तमंचा ताने खड़ा था।

अगर उसे दबाती तो वह शूट कर देता। बताया गया कि बदमाश बैंक से 50 मीटर दूर ग्वालियर रोड की तरफ गए और बाइक पर बैठकर भाग गए। इससे आशंका है कि बदमाशों के कुछ साथी बाहर भी खड़े थे। वह बाइक लेकर इंतजार कर रहे होंगे।

बैंक के बाहर एक दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश ग्वालियर की तरफ बाइक से जाते नजर आए हैं। ऐसे में इस पूरी फिल्मी स्टाइल में हुई डकैती को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का माहौल भी गर्म है।

बहरहाल पुलिस पूरे मामले पर गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामला का खुलासा कर दिया जाएगा।


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