खेत में मिला मानव अवशेष, एक सप्ताह में कंकाल बन चुके बच्चे को मां ने ऐसे पहचाना

टीम भारत दीप |
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कंकाल की डीएनए जांच के बाद उसी के आधार पर कार्रवाई होगी।
कंकाल की डीएनए जांच के बाद उसी के आधार पर कार्रवाई होगी।

खेत में कंकाल मिलने की खबर आग की तरह फैल गई, कंकाल की पहचान नंदना निवासी रजनी ने अपने पुत्र भीम के रूप में की।

हरदोई। हरदोई में एक सप्ताह पहले घर से गायब हुए बच्चे का शव धान के खेत में कंकाल के रूप में मिला।मामला हरदोई के अरवल थाना क्षेत्र का है।

शुक्रवार को कुछ ग्रामीण धान की कटाई करने के लिए खेत में गए थे, उन्हें दुर्गंध आई तो आसपास देखा। ग्रामीणों को खेत में कई टुकड़ों में एक कंकाल मिला। गांव में खेत में कंकाल मिलने की खबर आग की तरह फैल गई।

कंकाल की पहचान नंदना निवासी रजनी ने अपने पुत्र भीम के रूप में की। एसपी का कहना है कि कंकाल की डीएनए जांच कराई जाएगी और उसी के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि कंकाल भीम का है।

नंदना गांव के लोग खेत पर धान की फसल की कटाई करने गए थे। किसान राधाकृष्ण और विमल के खेत में कई टुकड़ों में कंकाल  मिला। कंकाल मिलने की सूचना पर  नंदना निवासी रजनी भी मौके पर पहुंच गई। क्योंकि वह भी एक सप्ताह से अपने 14 वर्षीय पुत्र की तलाश कर रही थी।

रजनी कंकाल के पास  पड़े कपड़े और चप्पल से कंकाल की पहचान अपने पुत्र के रूप में की। रजनी का कहना है कि भीम शनिवार की शाम घर से संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। जिसकी खोजबीन की जा रही थी। उसका कुछ पता नहीं चल सका।

20 अक्टूबर को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।एसपी अनुराग वत्स ने मीडिया सेल पर दी जानकारी में कहा है कि कंकाल की डीएनए जांच कराई जाएगी। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। 

कंकाल मिलने की सूचना पर फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर खून और मिट्टी के सैंपल लेने के साथ ही मौके से साक्ष्य भी एकत्र किए हैं। मां रजनी ने बताया कि भीम पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।

पति की मौत के बाद जैसे-तैसे बच्चों पालन-पोषण और पढ़ा लिखा रहीं थी। बेटे की मौत से पूरा परिवार टूटकर रह गया।  


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