जालौन:पुलिस की प्रताड़ना से परेशान युवक ने दी जान, मोर्चरी में रखे शव की आंखें गायब, मचा हड़कंप

टीम भारत दीप |

परिजनों ने शव को बीच सड़क पर रखकर प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया।
परिजनों ने शव को बीच सड़क पर रखकर प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया।

पुलिस की प्रताड़ना से परेशान युवक ने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। वहीं मोर्चरी में रखे गए शव की आंखें गायब मिली। इस खबर के बाद हड़कंप मच गया। मृतक की बहन का आरोप है कि शव की आंखे निकाल ली गई हैं। उधर सीएमओ ने मामले की जांच की बात कहते हुए कहा कि चूहे कुतर गए होंगे।

जालौन:यूपी में बढ़ते आपराधिक ग्राफ के बीच कानून—व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सूबे में पुलिस की प्रताड़ना के भी अक्सर मामले सामने आते रहे हैं। इसी क्रम में एक और मामला सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार किया है। मामला यूपी के जालौन जिले का है। दरअसल यहां पुलिस की प्रताड़ना से परेशान युवक ने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली।

वहीं मोर्चरी में रखे गए शव की आंखें गायब मिली। इस खबर के बाद हड़कंप मच गया। मृतक की बहन का आरोप है कि शव की आंखे निकाल ली गई हैं। उधर सीएमओ ने मामले की जांच की बात कहते हुए कहा कि चूहे कुतर गए होंगे। जानकारी के मुताबिक ये मामला जालौन का है। यहां पुलिस प्रताड़ना से आजिज आकर एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद पूरे घर में कोहराम मच गया।

जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया गया कि परिजनों ने जब मोर्चरी में शव को देखा तो उसकी आंखें गायब थीं। जिसके बाद परिजनों ने शव को बीच सड़क पर रखकर प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। उधर हंगामे की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया।

वहीं मृतक की बहन सोनिया का आरोप है कि उसके भाई की आंखों को मोर्चरी से निकाल लिया गया हैं। उधर मामले को लेकर स्वास्थ्य महकमे की बड़ी लापरवाही बताई जा रही है, जबकि जालौन की CMO ऊषा के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है कि आंखें कैसे गायब हुई हैं? उनके मुताबिक मोर्चरी में बड़े-बड़े चूहे हैं। हो सकता है कि चूहों ने शव की आंखें कुतर दी हों।

जानकारी के मुताबिक मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा नगर का है। बताया गया कि यहां के रहने वाले विनय रायकवार को 21 अप्रेल को उरई कोतवाली के मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक कुमार ने 3/25 आर्म्स एक्ट में पकड़कर जेल भेज दिया था। बताया गया कि उसकी मां गुड्डन ने जैसे-तैसे उसे जमानत पर छुड़वा लिया था।

मामले को लेकर परिजनों का आरोप है कि जमानत पर छूटने के बाद जब विनय घर पर रह रहा था। तब भी मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक लगातार घर आकर उसे परेशान करते रहते थे। बताया गया कि उसे फिर से केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी जाने लगी थी। इससे आहत होकर विनय ने शुक्रवार की रात में घर पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

उधर मृतक की मां गुड्डन ने उरई SP ऑफिस पहुंचकर धरना देते हुए अधिकारियों को इस मामले में शिकायती पत्र दिया है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह के मुताबिक 21 अप्रैल को विनय रायकवार उर्फ महाकाल को झांसी रोड पर एक तमंचा, तीन कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

इसके बाद वह छूट कर आया तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। बताया गया कि परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामले को लेकर जांच उन्होंने उरई CO संतोष कुमार को सौंपी हैं। बताया गया कि जांच में जो सामने आएगा उसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।


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