लखनऊ में जीका वायरस की दस्तक: दो मरीज मिलने से हड़कंप मचा,स्वास्थ्य विभाग सतर्क

टीम भारत दीप |

सभी अस्पतालों को नियमित तौर जीका की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी अस्पतालों को नियमित तौर जीका की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।

डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया महिला में अभी तक किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है, जबकि दूसरा मरीज जांच कराने बाद गैर जनपद चला गया, दोनों मरीजों की तबीयत सामान्य है। बताया मरीजों में जीका की पुष्टि के बाद राहत कार्य शुरू करा दिया गया है। रात में मरीज के घर व उसके आसपास के लोगों की कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई गई।

लखनऊ।कानपुर के बाद जीका वायरस राजधानी लखनऊ पहुंच गया। गुरुवार को राजधानी में जीका वायरस के पीड़ित मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरीज अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रात में ही उन क्षेत्रों में जांच शुरू करा दी है। हुसैनगंज के फूलबाग निवासी एक पुरुष में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। बुखार के बाद मरीज की जांच कराई गई थी, जबकि दूसरा मामला कृष्णानगर निवासी 24 वर्षीय महिला पर भी जीका वायरस की पुष्टि हुई है।

वहीं दो मरीजों के मिलने के बाद डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया महिला में अभी तक किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है, जबकि दूसरा मरीज जांच कराने बाद गैर जनपद चला गया, दोनों मरीजों की तबीयत सामान्य है।

बताया मरीजों में जीका की पुष्टि के बाद राहत कार्य शुरू करा दिया गया है। रात में मरीज के घर व उसके आसपास के लोगों की कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई गई। राहत की बात यह है कि मरीज के आस पड़ोस के लोगों में बुखार की पुष्टि नहीं हुई है। मरीज के परिवार के चार सदस्यों के खून के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। 50 घरों में कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है। दोनों मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है।

हफ्ते भर पहले से भेजे जा रहे थे नमूने

आपकों बता दे कि कानपुर में जीका वायरस का प्रकोप होने बाद स्वास्थ्य विभाग ने करीब एक हफ्ते पहले सरकारी व निजी अस्पतालों में बुखार के आने वाले मरीजों की डेंगू, टॉयफाइड, मलेरिया के साथ ही जीका वायरस की जांच के निर्देश दिए थे।

डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया सभी अस्पताल प्रभारियों को बुखार के आने वाले मरीजों के नमूने लेकर जांच कराई जा रही थी ताकि जीका का पता लगाया जा सके। सभी अस्पताल हर दूसरे दिन नमूना भेज रहे थे। जिसके बाद ही लखनऊ में दो मामले पकड़ में आए हैं। अब सभी अस्पतालों को नियमित तौर जीका की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।

लोकबंधु में बना जीका वार्ड

जीका वायरस के मरीज सामने आने बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। सीएमओ के निर्देश पर लोकबंधु अस्पताल में तीन बेड का जीका वार्ड बनाया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया अभी तीन बेड का आईसोलेशन जीका वार्ड बनाया गया है। जरूरत होने पर बेड की तादाद बढ़ाई जाएगी। सभी अस्पतालों में भी अलग से जीका वार्ड बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

यह है जीका वायरस के लक्षण

जीका वायरस भी मच्छर की प्रजाति से फैलता है जिससे डेंगू भी फैलता है यानी एडीस मच्छर। जीका वायरस सलाइवा और सीमेन जैसे शरीर के तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से संक्रामक हो सकता है। यह मनुष्यों के खून में भी पाया जा सकता है।

जीका वायरस और  डेंगू के लक्षण समान हैं। किसी व्यक्ति को संक्रमित मच्छर से काटे जाने के बाद थोड़ा  बुखार और  लाल चकत्ते दिखाई दिए जा सकते है। कॉंजक्टिवेटाइटिस, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और थकावट कुछ अन्य लक्षण हैं जिन्हें महसूस किया जा सकता है। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर ने बताया जीका वॉयरस का असर करीब पंद्रह दिन तक रहता है।

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