कोलकाता: बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस हादसे में मरने वालों की संख्या हुई नौ, रेस्क्यू हुआ पूरा

टीम भारत दीप |

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे पांच लाख रुपये
मृतकों के परिजनों को मिलेंगे पांच लाख रुपये

इस ट्रेन में हादसे में नौ लोगों की मौत होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि बीकानेर एक्सप्रेस का पटरी से उतरना बहुत दुखद है। मेरी प्रार्थनाएं प्रभावित यात्रियों और उनके परिजनों के साथ है।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी स्थित दोमहनी के पास गुरुवार शाम को बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी हो गई थी। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। इस हादसे में चार-पांच बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।

इसी बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बारला ने जलपाईगुड़ी में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के दुर्घटना स्थल का दौरा किया। जॉन बारला ने बताया कि लोगों को रेस्क्यू करके विभिन्न अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है। मंत्री ने बताया कि हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई है और 36 लोग घायल हैं। रेस्क्यू आपरेशन अब खत्म हो चुका है।

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे पांच लाख रुपये

रेलवे के अनुसार गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस हादसे में जान गवाने वाले लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 25,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति ने जताया दुख

वहीं इस ट्रेन में हादसे में नौ लोगों की मौत होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि बीकानेर एक्सप्रेस का पटरी से उतरना बहुत दुखद है। मेरी प्रार्थनाएं प्रभावित यात्रियों और उनके परिजनों के साथ है। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने नायडु के हवाले से ट्वीट करते हुए कहा कि मेरी संवदेना प्रभावित परिवारों के साथ है।

पीएम ने बंगाल की सीएम से ली जानकारी

इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत कर घटना की जानकारी ली थी। वहीं, मुख्यमंत्री ममता ने अधिकारियों को घायलों को जल्द से जल्द उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया था। जानकारी के अनुसार अंधेरा व घने कोहरे की वजह से राहत व बचाव कार्य में मुश्किल आई। एनडीआरएफ की दो टीमों को इसमें तैनात किया गया था।

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