लखनऊ: मंदिरों में अब नहीं बजेंगी घंटियां, लगाई गई रोक

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

ज्यादातर पुजारियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया है।
ज्यादातर पुजारियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया है।

लखनऊ में अब मंदिरों में घंटियां बजाने पर रोक लगा दी गई है। बताया गया कि भक्त मंदिरों में घंटियां न छू पाए, इसके लिए ज्यादातर मंदिरों में घंटियों पर कपड़े बांध दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिरों में कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती बरती जा रही है।

लखनऊ। लखनऊ के मंदिरों में अब घंटा—घडियाल बजाने पर रोक लगा दी गई है। यहां मंदिरों की घंटियों को कपड़े से बांध दिया गया है। इसके पीछे की वजह कोरोना का बढ़ता प्रभाव बताया जा रहा है। दरअसल देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकारों की चिन्ता बढ़ा दी है। यूपी में भी कोरोना का संक्रमण लगातार तेजी से बढ़ रहा है।

जानकारी के मुताबिक सूबे की राजधानी लखनऊ में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसी के मद्देनजर लखनऊ में अब मंदिरों में घंटियां बजाने पर रोक लगा दी गई है। बताया गया कि भक्त मंदिरों में घंटियां न छू पाए, इसके लिए ज्यादातर मंदिरों में घंटियों पर कपड़े बांध दिए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिरों में कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती बरती जा रही है। बताया गया कि राजधानी के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मंदिर में भक्तों के गर्भगृह में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी गई है। साथ ही उन लोगों को ही भगवान के सामने प्रसाद चढ़ाने दिया जा रहा है, जो मास्क लगाए हुए हैं।

मुख्य पुजारी चंद्रकांत द्विवेदी द्वारा बताया गया कि कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ज्यादातर पुजारियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया है। बताते चलें कि लखनऊ जिला प्रशासन ने कोविड नियमों के उल्लंघन करने पर शहर के एक प्रमुख मॉल को सील कर चुका है।

साथ ही कई प्रतिष्ठानों को भी कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर सील किया जा चुका है। उधर गुरुवार को 13 न्यायिक अधिकारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद लखनऊ में जिला अदालत और अन्य सभी अदालतों को 3 दिनों के लिए बंद किया जा चुका है।
 


संबंधित खबरें