लखनऊ: तंगी में सहारा बने रिटायर्ड IPS पिता को ​​बेटे—बहू ने लगाई लाखों की चपत, अब ढूंढ रही पुलिस

टीम भारत दीप |
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करीब 24 लाख रुपये की नकदी और लाखों के जेवर लेकर वो दोनो चंपत हैं।
करीब 24 लाख रुपये की नकदी और लाखों के जेवर लेकर वो दोनो चंपत हैं।

कोरोना काल में लाकडाउन के दौरान बेटे की आर्थिक स्थित खराब होने से कमर टूटी गई थी। इससे व्याकुल वृद्ध पिता (रिटायर्ड IPS) ने उसे सहारा दिया। बताया गया कि बेटा अपनी पत्नी संग दिल्ली से लौट आया और यहां उनके साथ रहने लगा। पिता के आरोप के मुताबिक इस दौरान बेटे और बहू ने मौका पाते ही उनकी अलमारी में रखी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर फरार हो गए।

लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां आर्थिक तंगी से जूझ रहे बेटे का सहारा बने पिता को कलयुगी बेटे व बहू ने ही लाखों की चपत लगाई और फरार हो गए। अपनी जिन्दगी की गांढी कमाई लुटने के बाद पिता ने बेटे—बहू के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई है।

जानकारी के मुताबिक मामला लखनऊ के विभूतिखंड का है। बताया गया कि कोरोना काल में लाकडाउन के दौरान बेटे की आर्थिक स्थित खराब होने से कमर टूटी गई थी। इससे व्याकुल वृद्ध पिता (रिटायर्ड आइपीएस) ने उसे सहारा दिया। बताया गया कि बेटा अपनी पत्नी संग दिल्ली से लौट आया और यहां उनके साथ रहने लगा।

पिता के आरोप के मुताबिक इस दौरान बेटे और बहू ने मौका पाते ही उनकी अलमारी में रखी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर फरार हो गए। बताया गया कि करीब 24 लाख रुपये की नकदी और लाखों के जेवर लेकर वो दोनो चंपत हैं। बताया गया कि दोनों वापस दिल्ली चले गए।

मामले को लेकर बुधवार को पिता ने गोमतीनगर विस्तार थाने में बेटे और बहू के खिलाफ केस दर्ज कराया है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस बाबत इंस्पेक्टर विभूतिखंड पवन कुमार पटेल के मुताबिक रिटायर्ड आइपीएस मदन पाल शारदा अपार्टमेंट में रहते हैं।

उनका बेटा रजत और बहू बरखा दिल्ली में रहते थे। बताया गया कि बेटे और बहू से उनकी अनबन भी थी। बताया गया कि बेटा बीते फरवरी माह में उनके पास आया और बोला कि कोरोना काल और लॉकडाउन के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उसके आर्थिक हालात बहुत खराब हैं।

वह वह पाई-पाई को मोहताज हो गया है। बेटे की ऐसी हालत पाकर पिता मदन पाल को दया आ गई। उसने बेटे और बहू को अपने साथ रख लिया। दोनों साथ रहने लगे। बेटे—बहू ने इस दौरान उनकी सेवा भी की। बताया गया कि पिता मदनलाल को बेटे और बहू पर पूरा भरोसा हो गया। इसी बीच 27 मार्च को मदन पाल कुछ काम से लखीमपुर खीरी गए थे।

बताया गया कि 31 मार्च की रात बेटे रजत ने फोन किया कि उसे कुछ जरूरी काम है। वह पत्नी के साथ दिल्ली जा रहा है। चाभी पड़ोस में रहने वाले एक परिचित को दे दी है। जिसके बाद मदनपाल एक अप्रैल को घर लौटे। उन्होंने पड़ोसी से चाभी लेकर घर खोला। बताया गया कि उन्होंने अलमारी देखी तो उसमें रखे करीब 24 लाख रुपये और लाखों के जेवर गायब थे।

इसके बाद उन्होंने बेटे को फोन किया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। परेशान पिता ने इसके बाद कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। वहीं पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया। इंस्पेक्टर के मुताबिक मदन पाल ने बेटे और बहू पर चोरी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

बताया गया कि मामले में आरोपित रजत से भी बात की गई है। रजत ने दो-तीन दिन में दिल्ली से लखनऊ आने की बात कही है। फिलवक्त पुलिस उसके आने का इंतजार कर रही है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
 


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