मैनपुरी नवोदय छात्रा हत्याकांड : पूर्व प्रधानाचार्या सुषमा सागर गिरफ्तार, भेजी गई जेल

टीम भारत दीप |

मृतक छात्रा के परिजनों ने दुष्कर्म की भी आशंका जताई गई थी।
मृतक छात्रा के परिजनों ने दुष्कर्म की भी आशंका जताई गई थी।

हाईकोर्ट की निगरानी में मैनपुरी के नवोदय छात्रा हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए तत्कालीन प्रधानाचार्य सुषमा सागर को गिरफ्तार कर लिया। नवोदय विद्यालय परिसर से पूर्व प्रधानाचार्य को सीओ तनु उपाध्याय, इंस्पेक्टर पूनम अवस्थी व टीम ने गिरफ्तार कर थाने लेकर आई।

मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी जिले के बहुचर्चित नवोदय छात्रा की कथित हत्या और दुष्कर्म के मामले में सोमवार को एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की। नवोदय विद्यालय की तत्कालीन प्रधानाचार्या को विद्यालय परिसर से गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। वहां से जेल भेज दिया गया।

सूत्रों के अनुसार जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।मालूम हो कि हाईकोर्ट की निगरानी में मैनपुरी के नवोदय छात्रा हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए तत्कालीन प्रधानाचार्य सुषमा सागर को गिरफ्तार कर लिया।

नवोदय विद्यालय परिसर से पूर्व प्रधानाचार्य को सीओ तनु उपाध्याय, इंस्पेक्टर पूनम अवस्थी व टीम ने गिरफ्तार कर थाने लेकर आई। यहां अन्य आवश्यक कार्रवाई की गई।

जज के सामने पेश किया

एसआईटी ने सोमवार को ही पूर्व प्रधानाचार्य को स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट पूनम की अदालत में पेश किया गया। एसआईटी और एडीजीसी ने जेल भेजने की मांग की। इस पर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसआईटी इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां कर सकती है।

एसपी अशोक कुमार राय ने बताया कि एसआईटी ने जवाहर नवोदय विद्यालय भोगांव की तत्कालीन प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किया है। न्यायालय से उन्हें जेल भेजा गया है।

 16 सितंबर 2019 को हुई थी वारदात

आपकों बता दें कि मैनपुरी  के भोगांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 16 सितंबर 2019 को कक्षा 11 की छात्रा की रहस्यमत तरीके से मौत हो गई थी। घटना के वक्त भोगांव थाने में तत्कालीन प्रधानाचार्य सुषमा सागर, वार्डन और दो छात्रों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 

मृतक छात्रा के परिजनों ने दुष्कर्म की भी आशंका जताई गई थी, इसी के तहत एफआईआर में दुष्कर्म की धारा को भी शामिल किया गया था। उक्त मामले को पूर्व में जांच के दौरान आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने की धाराओं में मामला बदल दिया गया था। 

वहीं हाईकोर्ट में एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा लगाई गई पीआईएल के बाद हाईकोर्ट ने इस मामले में फिर से एसआईटी गठित करके कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। इसी क्रम में कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने तत्कालीन प्रधानाचार्य की गिरफ्तारी की है। अब अन्य लोगों को भी गिरफ्तारी कर डर सता रहा है। एसआईटी की टीम ने सोमवार को मामले में पहली बड़ी कार्रवाई की।

इसे भी पढ़ें...


संबंधित खबरें