आज जारी होगी दूसरे चरण की अधिसूचना, 55 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू हो जाएगा नामांकन

टीम भारत दीप |

उम्मीदवार 27 जनवरी तक नामांकन वापस ले सकेंगे, 10 फरवरी को मतदान होगा।
उम्मीदवार 27 जनवरी तक नामांकन वापस ले सकेंगे, 10 फरवरी को मतदान होगा।

दूसरे चरण में मतदान 14 फरवरी को होगा। दूसरे चरण में कुल 2,01,42,441 मतदाता हैं। इनमें से 1,07,61,476 पुरुष, 93,79,704 महिला और 1,261 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। शुक्ला ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते नामांकन के समय किसी भी प्रत्याशी को जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।

लखनऊ। यूपी विधानसभाचुनाव के  दूसरे चरण की 55 सीटों पर अधिसूचना आज जारी होगी। इसके साथ ही नौ जिलों की इन सीटों पर नामांकन शुरू हो जाएगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला ने बताया कि दूसरे चरण में सहारनपुर,  बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली और शाहजहांपुर की  55 सीटों पर 22 से 28 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्रों  की जांच 29 जनवरी को होगी। उम्मीदवार 31 जनवरी तक नाम वापस ले सकेंगे। 

दूसरे चरण में मतदान 14 फरवरी को होगा। दूसरे चरण में कुल 2,01,42,441 मतदाता हैं। इनमें  से 1,07,61,476 पुरुष, 93,79,704 महिला और 1,261 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।  शुक्ला ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते नामांकन के समय किसी भी  प्रत्याशी को जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।

पहले चरण में नामांकन का अंतिम दिन आज

विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 58 सीटों पर शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक  नामांकन दाखिल किए जाएंगे। बृहस्पतिवार तक कुल 388 उम्मीदवारों ने नामांकन  दाखिल किए। जबकि सिर्फ बृहस्पतिवार को ही 205 उम्मीदवारों ने नामांकन किया। नामांकन पत्रों की जांच 24 जनवरी को होगी। उम्मीदवार 27 जनवरी तक नामांकन वापस ले सकेंगे। 10 फरवरी को मतदान होगा।

28 दागी उम्मीदवारों ने अब तक किया नामांकन

विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 58 सीटों पर अभी तक भाजपा, सपा और  रालोद के आपराधिक छवि वाले 28 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। मुख्य  निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बृहस्पतिवार को बताया कि सुप्रीम  कोर्ट के आदेश के तहत ऐसे उम्मीदवारों को नाम वापसी की अंतिम तिथि से लेकर  प्रचार की अंतिम तिथि तक तीन बार समाचार पत्रों में अपना आपराधिक रिकॉर्ड  प्रकाशित करना होगा।

उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, कोरोना संक्रमितों और  दिव्यांग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट का विकल्प दिया गया है। पहले चरण के चुनाव के लिए अभी तक 80 वर्ष से अधिक आयु के 2.1 फीसदी मतदाताओं और 2.3  प्रतिशत दिव्यांगों ने पोस्टल बैलेट का विकल्प चुना है।

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