चुनावी महाकुंभ: प्रत्याशियों पर रहेगी फ्लाइंग स्क्वाड की नजर, इन नियमों का करना होगा पालन

टीम भारत दीप |

जनसंपर्क के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा।
जनसंपर्क के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा।

चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में इन टीमों का गठन जिला निर्वाचन अधिकारियों ने कर दिया है। रविवार को स्टेटिक सर्विलांस टीम, वीडियो निगरानी टीम का भी गठन हो जाएगा। फ्लाइंग स्क्वाड के सदस्य अपने- अपने विधानसभा क्षेत्र में घूमेंगे और मतदाताओं से संवाद करेंगे। यह पता लगाएंगे कि कहीं कोई उन्हें डरा धमका तो नहीं रहा है।

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव का ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के साथ उम्मीदवारों के लिए भी नियमों की घोषणा की है। हर उम्मीदवार को इन नियमों का पालन करना होगा। इन नियमों के पालन कराने को लेकर चुनाव आयोग फ्लाइंग स्कवाड का गठन किया है। यह दल लगातार प्रत्याशियों पर निगाह बनाए रखेगा। यदि कोई भी प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब, पैसा, कंबल, साड़ी आदि बांटता है तो उस पर कार्रवाई होगी। 

चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में इन टीमों का गठन जिला निर्वाचन अधिकारियों ने कर दिया है। रविवार को स्टेटिक सर्विलांस टीम, वीडियो निगरानी टीम का भी गठन हो जाएगा। फ्लाइंग स्क्वाड के सदस्य अपने- अपने विधानसभा क्षेत्र में घूमेंगे और मतदाताओं से संवाद करेंगे। यह पता लगाएंगे कि कहीं कोई उन्हें डरा धमका तो नहीं रहा है। 

मतदाताओं को अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में करने पैसा, शराब, साड़ी, कंबल, विभिन्न तरह के उपहार का वितरण आम बात है। कोई भी पार्टी, जनप्रतिनिधि या नेता ऐसा कृत्य न करे इसके लिए उन पर विशेष नजर रखने की जिम्मेदारी फ्लाइंग स्क्वाड को दी गई है। आपकों बता दें कि टीम के सदस्य चुनाव आचार संहिता का पालन सख्ती से कराएंगे।

निर्वाचन कार्यालय या कलेक्ट्रेट में बनेगा

उनके वाहनों में जीपीएस भी लगाया जाएगा इसका कंट्रोल रूम निर्वाचन कार्यालय या कलेक्ट्रेट में बनेगा।  एक उदाहरण के रूप में बताए जैसे कानपुर नगर जिले की 10 विधानसभा क्षेत्रों में 30 टीमें तैनात की गई हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन - तीन टीमें लगाई गई हैं। रविवार को स्टेटिक सर्विलांस टीमें भी बनेंगी। ये टीमें जिले की सीमा, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर आने- जाने वालों पर नजर रखेंगी।

वाहनों की जांच भी करेंगी ताकि पता चल सके कि कोई धन लेकर तो नहीं जा रहा है। इसी तरह वीडियो निगरानी टीमों का गठन होगा। ये टीमें प्रत्येक कार्यक्रम की वीडियोग्राफी करेंगी और खर्च का आंकलन उनके वीडियो से ही होगा।

वीडियो में यह भी देखा जा सकेगा कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन तो नहीं हुआ। कोई भी  प्रत्याशी बिना निर्वाचन आयोग की अनुमति के बगैर होर्डिंग-बैनर नहीं लगा सकेंगे।सरकारी इमारतों पर प्रचार सामग्री नहीं लगा सकेंगे।  भड़काऊ बयानबाजी करने पर मुकदमा दर्ज होगा।जनसंपर्क के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा।

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