मथुरा के इस गांव में सर्दी-बुखार से 6 लोगों की मौत से फैली दशहत

टीम भारत दीप |

ग्रामीणों का कहना है कि बुखार आता है और बच्चों का बदन नीला पड़ जाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि बुखार आता है और बच्चों का बदन नीला पड़ जाता है।

मौसम में बदलाव के कारण अधिकांश लोग खांसी, जुकाम, बुखार की चपेट में हैं, सोमवार को टिंकू पुत्र हरि सिंह (9), रुचि पुत्री भगवान सिंह (14) और हनी पुत्री वेदप्रकाश (5) की मौत हो गई। इससे पहले भी बुखार के कारण तीन और लोगों की मौत हो चुकी है। छह लोगों की मौत के बाद गांव और आसपास के क्षेत्र में दहशत है। घर-घर लोग बीमार हैं, इनमें बच्चों की संख्या अधिक है।

मथुरा। मथुरा के फरह ब्लॉक मुख्यालय से छह किमी दूर कोह गांव में तीन दिन में बच्चों समेत 6 लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार को बुखार से तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया।

बुखार फैलने की जानकारी पर सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर लोगों के ब्लड की जांच के लिए सैंपल लिए। बुखार से हो रही मौतों की जानकारी होने पर विधायक पूरन प्रकाश ने  डीएम नवनीत चहल से बात की। डीएम के निर्देश पर एसडीएम भी गांव पहुंचकर बीमारों का हाल जाना।  

घर- घर बुखार खांसी

आपकों बता दें कि कोह गांव में मौसम में बदलाव के कारण अधिकांश लोग खांसी, जुकाम, बुखार की चपेट में हैं, सोमवार को टिंकू पुत्र हरि सिंह (9), रुचि पुत्री भगवान सिंह (14) और हनी पुत्री वेदप्रकाश (5) की मौत हो गई।

इससे पहले भी बुखार के कारण तीन और लोगों की मौत हो चुकी है। छह लोगों की मौत के बाद गांव और आसपास के क्षेत्र में दहशत है। घर-घर लोग बीमार हैं, इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। कुछ मरीजों का आगरा, फरह, अछनेरा, भरतपुर के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि प्रत्येक घर में तीन-चार चारपाई बिछी हैं, बुखार फैलने की की जानकारी पर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंच गई। टीम बीमार बच्चों का इलाज करने में जुट गई है, ग्रामीणों का कहना है कि बुखार आता है और बच्चों का बदन नीला पड़ जाता है।

इलाज से पहले ही अगले 20-25 मिनट में दम तोड़ देते हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीम बुखार का कारण जानने की कोशिश में जुट गई है।स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों की डेंगू के साथ-साथ कोरोना की भी जांच कर रही है,सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता ने बताया कि ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज किया रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. पारुल मित्तल ने कहा कि डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है, जांच कराई जा रही है। गांव में घर-घर सैंपल लेकर डेंगू और कोरोना की जांच कराई जा रही है रिपोर्ट आने पर पूरी जानकारी हो सकेगी।

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