इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनी प्रो. संगीता श्रीवास्तव, राष्ट्रपति ने लगाई मुहर

टीम भारतदीप |
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प्रो. संगीता श्रीवास्तव इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति होंगी।
प्रो. संगीता श्रीवास्तव इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति होंगी।

प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय की वर्तमान कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। प्रो. श्रीवास्तव इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति होंगी। केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद कुलपति बनने वाली वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली प्रोफेसर भी है।

प्रयागराज। प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय की वर्तमान कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है।

प्रो. श्रीवास्तव इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति होंगी। केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद कुलपति बनने वाली वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली प्रोफेसर भी है। इसके पहले तीन स्थाई कुलपति नियुक्त हुए और वह तीनों ही बाहरी थे।

प्रो. श्रीवास्तव का नियुक्ति पत्र रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से जारी किया गया, जोकि विवि प्रशासन को प्राप्त हो गया। प्रो. श्रीवास्तव ने सोमवार को अपना नया पदभार ग्रहण कर लिया।

बता दें कि 11 माह से इस विश्वविद्यालय में कुलपति का पद खाली चल रहा था। 31 दिसंबर 2019 को तत्कालीन कुलपति प्रो. रतनलाल हांगलू के त्यागपत्र देने के बाद से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुलपति की जिम्मेदारी कार्यवाहक कुलपति ही सम्भाल रहे थे।

बताते चले कि प्रदेश की राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के आदेश पर प्रोफेसर संगीता को राज्य विश्वविधालय की कुलपति के पद से कार्यमुक्त किया गया था।

कुलपति का पद संभालने के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से कहा कि सोए हुए विश्वविद्यालय को एक बार फिर जगाना होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य मे शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी।

नवनियुक्त कुलपति का कहना था कि जितनी आप सभी शिक्षकों की उम्मीद हमसे हैं, उतनी ही मेरी उम्मीद भी आप सबसे है। उन्होंने कहा सभी को मिलकर काम करना है। कोरोना काल में भी विश्वविद्यालय को गति देनी होगी। सबसे पहले हम सभी को समय का पाबंद होना होगा।

इसलिए समय से आएं और दायित्व निवर्हन में सक्रिय रहेंं। उन्‍होंने कहा कि सबसे पहले हम सभी को समय का पाबंद होना होगा। समय से आएं और सक्रिय रहे। 


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