विकास दुबे: 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे की लाइव गिरफ्तारी पर 8 बड़े सवाल

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

विकास दुबे को गिरफ्तार कर ले जाती उज्जैन पुलिस।
विकास दुबे को गिरफ्तार कर ले जाती उज्जैन पुलिस।

उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल सपा के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के मामले में ट्वीट कर सवाल उठाए हैं।

कानपुर।  उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित बिकरू गांव में हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे की मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर से नाटकीय गिरफ्तारी की पुलिस की कहानी में पर सवाल उठ रहे हैं। साथ ही पूरे मामले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने जिस तरह से डील किया, उससे भी गिरफ्तारी की सत्यता की कहानी को शक के कटघरे में आना ही है। 

यही वजह है कि अन्य राजनीतिक दल भी इस मामले में कूद पड़े हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल सपा के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के मामले में सवाल उठाए हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर शिवराज सरकार को अपराधियों को संरक्षण देने वाला कहा है। राजनीतिक विश्लेषक व कवि डाॅ. कुमार विश्वास ने इसे राजनीति, पुलिस व माफिया का गठजोड़ बता कर तीखा हमला किया है। चर्चा ये भी है कि बुधवार शाम को उज्जैन के एसपी और कलक्टर खुद महाकाल मंदिर गए थे। पूरे घटनाक्रम में भारत दीप ने पाया कि- 

 

वीडियो में आराम से जाता दिखा आरोपी
सवाल 1
. पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से विकास को गिरफ्तार किया, उसका एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में विकास बहुत ही आराम से जाता दिख रहा है। ऐसा लग ही नहीं रहा है कि उसके माथे पर इतने हाईप्रोफाइल केस में मुख्य आरोपी होने की शिकन भी हो। 

ज़ोर—ज़ोर से चिल्लाया 'मैं विकास दुबे हूं'
सवाल 2.
पुलिस की मानें तो विकास जब मंदिर में पर्ची कटवाकर दर्शन करने के लिए पहुंचा तो उसे एक गार्ड ने पहचान लिया और उसी ने पुलिस को सूचना दी। सवाल यह भी है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को एक गार्ड ने पहचान लिया या ​उसने अपनी पहचान खुद ही होने दी। ये बात भी सामने आ रही है कि वह ज़ोर—ज़ोर से चिल्लाने लगा मैं विकास दुबे हूं।

दोनों राज्यों में भाजपा सरकार
सवाल 3.
विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस ने ऐड़ी—चोटी का ज़ोर लगा दिया था। उसके गुर्गों को भी मार गिराया, पर उसकी गिरफ्तारी नहीं कर सकी। विकास आसानी के साथ उत्तर प्रदेश कई जिलों को क्रॉस करता हुआ भाजपा साशित दूसरे राज्य मध्यप्रदेश पहुंच गया। आखिर पुलिस इंटेलिजेंस क्या कर रही थी, या फिर राजनीतिक कनेक्शन की वजह से उसे जाने दिया गया। 

फरीदाबाद, गाज़ियाबाद में हो रही थी घेराबंदी
सवाल 4. 
पुलिस विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए फरीदाबाद, गाज़ियाबाद और नोएडा के पास घेराबंदी कर रही थी। पुलिस की ओर से ये बयान भी आया था कि विकास वहीं कहीं छिपा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इन जगहों पर पूरी ज़ोर—आज़माईश की थी लेकिन आरोपी तो मध्यप्रदेश में छिपा मिला। 

कहीं खुद तो नहीं लिखी स्क्रिप्ट
सवाल 5.
विकास दुबे की गिरफ्तारी जिस तरह से हुई है। इससे यह भी लग रहा है कि उसने खुद को सरेंडर करने के लिए इस तरह की स्क्रिप्ट लिखी। जब तक उसने चाहा पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा। जब उसके राजनैतिक आकाओं ने मदद करने में असमर्थता जताई तो उसने खुद को सरेंडर करने के लिए इस तरह की कहानी रची थी। 

नहीं की भागने की कोशिश
सवाल 6.
विकास दुबे जब महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ तो उसने किसी तरह से भी भागने की कोशिश नहीं की। जबकि मंदिर के पुजारी के मुताबिक वहां इन दिनों हर रोज़ 800 के करीब श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं? विकास वहां मौजूद लोगों की उपस्थिति का फायदा उठाकर भाग भी सकता था लेकिन इतना शातिर होने के बावजूद उसने ऐसा कुछ भी नहीं किया और आसानी से वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों के हवाले खुद को कर दिया। 

एक जैसी पुलिस की कहानी
सवाल 7
.पुलिस की कहानी से कहीं भी यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि विकास ने सरेंडर किया है या फिर उसकी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने सुविधाजनक एक कहानी बनाकर उसकी गिरफ्तारी की बात कही है। हर बार आरोपी की गिरफ्तारी में इस तरह का झोल पुलिस की कहानी में आपको आसानी से नज़र आ जाएगा। 

सीडीआर सार्वजनिक करे सरकार 
सवाल 8.
विकास दुबे की गिरफ्तारी के पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीतिक दल भी सवाल उठा रहे हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि 'ख़बर है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके'। सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने भी सवाल उठते हुए सीएम योगी से जवाब मांगा है। 


संबंधित खबरें