आगराः चोरी के दौरान पलक झपकते ही जान लेने वाले छैमार गैंग का सरगना चढ़ा एसटीएफ के हत्थे

टीम भारत दीप |
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एसटीएफ ने दावा किया कि फाती के गिरोह द्वारा विभिन्न राज्यों में 200 लोगों की हत्याएं कर चुका है।
एसटीएफ ने दावा किया कि फाती के गिरोह द्वारा विभिन्न राज्यों में 200 लोगों की हत्याएं कर चुका है।

छैमार गिरोह के सरगना के आगरा में डेरा डालने की जानकारी मिली थी। बुधवार को एसटीएफ ने उसे टीपी नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। सरगना ने बताया कि वह जगह बदलने के साथ ही नाम भी बदल देता था। उसके फाती उर्फ कदीम उर्फ अशद खान उर्फ पहलवाान उर्फ बबलू उर्फ मोनिस आदि नाम है।

आगरा देश के कई राज्यों में लूट के साथ हत्या करने वाला छैमार गैंग का सरगना बुधवार को आगरा एसटीएफ के हाथ लग गया। छैमार गिरोह के सरगना फाती उर्फ कदीम को बुधवार को एसटीएफ की टीपी नगर से गिरफ्तार कर लिया। वह कन्नौज के थाना तिर्वा के गांव बिनाैरा का रहने वाला है।

वर्तमान में हापुड़ के थाना गढ़ के गांव दौतई में रह रहा था। सरगना ने पूछताछ करने पर कहना था कि उसे खुद नहीं मालूम उसके कितने नाम हैं, वह अब तक कितनों को मार चुका है। एसटीएफ को प्रारंभिक छानबीन में उसके खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज मिले हैं। जिसमें आधा दर्जन डकैती के दौरान हत्या को अंजाम गया है। 

जगह बदलने के साथ बदल लेता था नाम

एसटीएफ आगरा इकाई के इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि छैमार गिरोह के सरगना के आगरा में डेरा डालने की जानकारी मिली थी। बुधवार को एसटीएफ ने उसे टीपी नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

सरगना ने बताया कि वह जगह बदलने के साथ ही नाम भी बदल देता था। उसके फाती उर्फ कदीम उर्फ अशद खान उर्फ पहलवाान उर्फ बबलू उर्फ मोनिस आदि नाम है।

गिरोह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुका है। एसटीएफ ने उसे वर्ष 2016 में एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वह फर्जी जमानत लगाकर बाहर आ गया था।

एसटीएफ के अनुसार सरगना फाती के खिलाफ जौनपुर थाने के शाहगंज थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज है। सरगना पर 25 हजार रुपये का इनाम था। उसे गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह, एसआई अमित गोस्वामी, धूम सिंह, राजपाल व विवेक जादौन आदि थे।

महिलाओं से कराते हैं रेकी

पुलिस को पूछताछ में सरगना कदीम ने बताया कि जिस शहर में वारदात करनी होती है। वहां पर कई महीने पहले डेरा लगाते हैं। जिसके बाद महिलाओं से कालोनियों में रेकी कराते हैं। महिलाएं भीख मांगने के बहाने रेकी करती हैं।

जिसके लिए वह हर दिन अलग-अलग देवी-देवताओं की तस्वीरें अपने पास रखते हैं। घरों में डकैती के दौरान विरोध करने वाले की हत्या करने में नहीं हिचकते हैं। वह खुद भी लोगाें की हत्याएं कर चुका है। सरगना का कहना था कि उसका कोई एक ठिकाना नहीं है, वह हर महीने शहर बदल देता है। वारदात करने के बाद दूसरे राज्य में चला जाता है।

गिरोह द्वारा 200 हत्याएं करने का दावा

एसटीएफ ने दावा किया कि फाती के गिरोह द्वारा विभिन्न राज्यों में 200 लोगों की हत्याएं कर चुका है। कई घटनाएं ऐसी हैं जिनका पर्दाफाश नहीं हो सका। इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि छैमार गिरोह के सरगना फाती का नाम वर्ष 1997 में जयपुर में डकैती के दौरान सात लोगों की हत्या में सामने आया था।

जिन लोगों की हत्या हुई, उनमें दो बच्चे भी थे। मौके से पकडे़ गए एक बदमाश ने फाती और उसके तीन भाइयों के डकैती में शामिल होने की बताया था। कमरू ने बताया कि वह 15 दिन में अपना गैंग बना सकता है। इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि अन्य राज्यों व जिलों से सरगना के आपराधिक इतिहास की जानकारी मांगी गई है। 

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