रेलवे 2300 से अधिक पदों को करने जा रहा समाप्त, ट्रेड यूनियन विरोध में

टीम भारत दीप |

उत्तर रेलवे में दो हजार 330 पद समाप्त करना प्रस्तावित है।
उत्तर रेलवे में दो हजार 330 पद समाप्त करना प्रस्तावित है।

रेलवे द्वारा संरक्षा व ट्रेन संचालन से जुड़े कर्मियों को छोड़ अन्य विभागों के कर्मियों केे पद समाप्त किए जाएंगे। हालांकि, मंडल से कितने कर्मियों का पद समाप्त किए जाने हैं, इसका लक्ष्य अभी नहीं मिला है। इस आदेश के बाद ट्रेड यूनियन आंदोलन की तैयारी में जुट गई है।

मुरादाबाद। कोरोना वायरस की वजह से एक तरफ तेजी बेरोजगारी फैली हुई है, दूसरी तरफ रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे के ल‍िए 23 सौ से अधिक कर्मियों का पद समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

रेलवे के इस कदम के विरोध में ट्रेड यूनियने आने लगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेड यूनियन रेलवे के इस कदम के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में है। रेलवे द्वारा संरक्षा व ट्रेन संचालन से जुड़े कर्मियों को छोड़ अन्य विभागों के कर्मियों केे पद समाप्त किए जाएंगे।

हालांकि, मंडल से कितने कर्मियों का पद समाप्त किए जाने हैं, इसका लक्ष्य अभी नहीं मिला है। इस आदेश के बाद ट्रेड यूनियन आंदोलन की तैयारी में जुट गई है।

निजीकरण पर सरकार का ध्यान

मालूम हो कि रेलवे ट्रेन संचालन व संरक्षा को छोड़कर अन्य काम धीरे-धीरे प्राइवेट सेक्टर को देने जा रहा है। इसके बाद कई विभागों में कई पद भी खत्म हो जाएंगे। रेलवे धीरे-धीरे रिजर्वेशन, बुकिंग काउंटर की संख्या कम कर ई-टिकट बुकिंग एजेंट की संख्या बढ़ा रहा है।

छोटे स्टेशनों पर जनरल टिकट की बिक्री के लिए कर्मियों को तैनात करने के बजाय प्राइवेट व्यक्तियों से कमीशन पर काम कराया जा रहा है। सफाई, आदि के सभी काम प्राइवेट कंपनी को द‍िए जा चुके हैं। बाकी बचे काम को भी धीरे-धीरे ठेकेदारों को सौंपा जा रहा है।

रेलवे बोर्ड ने देश भर के सभी जोन को कर्मियों का पद समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें उत्तर रेलवे में दो हजार 330 पद समाप्त करना प्रस्तावित है। उत्तर रेलवे में दिल्ली, मुरादाबाद, लखनऊ, फिरोजपुर व अंबाला रेल मंडल हैं, इसके अलावा जगाधरी वर्कशाप भी शामिल है, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी काम करते हैं। 

ट्रेड यूनियन आ रही विरोध में

उत्तर रेलवे मुख्यालय के किस मंडल के कितने पद समाप्त किए जाएंगे, इसकी सूची तैयार की जा रही है। रेलवे बोर्ड के इस पत्र के बाद दिल्ली स्तर पर ट्रेड यूनियन के नेताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। मंडल स्तर के ट्रेड यूनियन लीडर कर्मियों तक यह संदेश पहुंचाकर आंदोलन की अपील कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नरमू के मंडल मंत्री राजेश चौबे ने कहा कि मुरादाबाद मंडल में लंबे समय से तीन हजार कर्मियों का पद रिक्त है, इसके बावजूद रेलवे बोर्ड ने भरने का प्रयास तक नहीं किया है।

रेल प्रशासन मुरादाबाद रेल मंडल में कर्मियों का पद कैसा समाप्त कर पाएगा। कोरोना संक्रमण के बाद कर्मचारी बीमार हो रहे हैं। कर्मियों की कमी के कारण स्वास्थ्य कर्मियों को लगातार काम करना पड़ रहा है। मुरादाबाद मंडल में पद समाप्त करने के प्रयास किया गया तो ट्रेड यूनियन इसका विरोध करेगी।


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