च​क सादिक में सुरक्षा बलों ने खूंखार आतंकी अबू अकरम समेत दो आतंकियों को मार गिराया

टीम भारत दीप |

अबू अकरम का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है।
अबू अकरम का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है।

अबू अकरम पुलिस कर्मियों और नागरिकों पर हमलों एवं हत्या सहित कई आतंकी अपराधों के मामलों के लिए जिम्मेदार था बता दें कि यह मुठभेड़ रविवार को शुरू हुई थी। जिसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक टॉप कमांडर समेत दो आतंकियों के घिरे होने की सूचना मिली थी।। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया।

जम्मू कश्मीर। सुरक्षा बलों को सोमवार सुबह एक बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों ने रविवार रात से ही शोपियां के च​क सादिक में कुछ आंतकियों की सूचना पर घेरा डाल रखा था। तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी कर दी।

सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभालते हुए साल 2017 से दक्षिणी कश्मीर समेत घाटी में आतंकी हमलों और हत्याओं को अंजाम देने वाला खूंखार आतंकी एवं लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर इशफाक डार उर्फ अबू अकरम को मार गिराया गया है। चार साल से अकरम घाटी में सक्रिय था। 

अबू अकरम के साथ ही इस मुठभेड़ में एक और आतंकी मारा गया है। मारे गए आतंकियों के पास से 2 एके-47 राइफल और आठ मैग्जीन मिली हैं। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया है। जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस(एसओजी), सीआरपीएफ और सेना शामिल है।

जम्मू के डीजीपी ने बताया कि कि रात भर चले अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकवादी कमांडर इशफाक डार के साथ एक अन्य आतंकवादी माजिद इकबाल को मार गिराया गया है। अबू अकरम पुलिस कर्मियों और नागरिकों पर हमलों एवं हत्या सहित कई आतंकी अपराधों के मामलों के लिए जिम्मेदार था बता दें कि यह मुठभेड़ रविवार को शुरू हुई थी।

जिसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक टॉप कमांडर समेत दो आतंकियों के घिरे होने की सूचना मिली थी।। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों की ओर से पहली गोली चलाई गई। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला। साथ ही आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का मौका भी दिया गया। जिसे नकारते हुए आतंकी अंधाधुंध गोलाबारी करते रहे।

साथ ही अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की।आतंकियों को रोकने के लिए की गई जवाबी फायरिंग के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई। कुछ समय बाद ही दोनों आतंकी सुरक्षाबलों की गोलियों का निशाना बने। अबू अकरम का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है।

दक्षिणी कश्मीर में वह आतंकी हमलों को अंजाम देने के साथ ही वहां के युवाओं को आतंक का दामन थामने के लिए गुमराह करता था, इसके लिए कई प्रकार के लालच भी देता था। आपकों बता दें ​कि सुरक्षाबल इस माह औसतन राोज एक आतंकी को मौत की नींद सुला रहे हे।  

इसे भी पढ़ें...


संबंधित खबरें