श्रीनगर: सेना के जवानों पर आतंकियों ने की फायरिंग, 3 जवान शहीद, तीन की हालत गंभीर, कई घायल

टीम भारत दीप |
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इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों को लेकर जा रही बस पर आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया। हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 2 शहीद हो गए। 12 खतरे से बाहर हैं। जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने हमले को अंजाम दिया है।

श्रीनगर। सरकार सेना के माध्यम से लगातार आतंकियों के सफाए का अभियान चला रही है। सेना की कार्रवाई से आतंकियों में डर है, इसी डर को मिटाने के लिए आतंकी समय -समय पर कायराना हमले करते है।

इसी क्रम में एक बार फिर पुलवामा जैसी वारदात को दोहराने के इरादे से जवानों की बस को निशाना बनाते हुए दोनों तरफ से घेरकर गोलीबारी की गई। इस गोलीाबारी में 3 जवान शहीद हो गए, और 12 जवान घायल है, वहीं तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।  

कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों को लेकर जा रही बस पर आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया। हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 2 शहीद हो गए। 12 खतरे से बाहर हैं। जैश-ए-मोहम्मद के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने हमले को अंजाम दिया है।

ध्ह कायराना हमला श्रीनगर के जेवन इलाके के खोनमोह रोड के पंथा चौक में हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंडियन रिजर्व पुलिस की 9वीं बटालियन की बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की। इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

पीएम ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी वारदात पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने फौरन हमले की रिपोर्ट मांगी है और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना की है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी हमले की निंदा की है।

पुलिसकर्मियों के पास नहीं थे हथियार

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  पुलिसकर्मियों की जिस बस पर हमला हुआ है, वो बुलेटप्रूफ नहीं थी। ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास शील्ड और लाठियां ही थीं। बहुत कम पुलिसवालों के पास हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए पहले टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।

जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि श्रीनगर और आसपास के इलाकों में आतंकियों की हलचल बढ़ी है। इसके बाद हमने शहर में 3-4 कामयाब ऑपरेशन चलाए हैं। आज भी हमने 2 आतंकियों को मार गिराया है। जो बस जा रही थी, उसमें जवान सिटी से लौट रहे थे। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम दोआतंकी हमले में शामिल रहे होंगे। इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाएगी।

पुलवामा की कहानी दोहराने की तैयारी

श्रीनगर के जेवन इलाके में पुलिस बस पर हमला कर आतंकियों की पुलवामा दोहराने की साजिश थी। हमले में पाकिस्तानी आतंकी के भी शामिल होने का शक है। हमलावर आतंकियों की कोशिश थी कि बस में सवार सशस्त्र पुलिस का कोई भी जवान बच न सके।

यही कारण है कि आतंकियों ने बस को निशाना बनाकर दोनों ओर से अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा के लस्सीपोरा इलाके में सीआरपीएफ वाहन पर आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।

 बड़े हमले की तैयारी में आतंकी

सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की ओर से आतंकी संगठनों पर लगातार दबाव था कि बड़े हमले को अंजाम दिया जाए ताकि सरकार की ओर से हालात सामान्य होने और आतंकियों के सफाए संबंधी दावे की धार को कमजोर किया जा सके।

इसी वजह से सशस्त्र बलों के जवानों को निशाना बनाने की साजिश रची गई और स्थान भी आईआरपी बटालियन के मुख्यालय को चुना गया। पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट था कि आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।

इसमें सुरक्षा बलों के साथ ही उनके प्रतिष्ठान, महत्वपूर्ण स्थान को निशाना बनाया जा सकता है। पुलिस को इनपुट था कि कार बम से शहर में हमला किया जा सकता है। इसके बाद शहर में और हाईवे पर वाहनों की तलाशी ली जा रही थी।

डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई से आतंकियों में बौखलाहट है। पाकिस्तान घाटी में शांति नहीं चाहता है। वह यहां की शांति में खलल डालने के मौके तलाशता रहता है। अमन में खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मौजूदा वारदात को लेकर छानबीन की जा रही है। हमलावरों को जल्द खोज निकाला जाएगा। 

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