गो तस्कर को धौलपुर पकड़ने गई आगरा पुलिस पर ग्रामीणों ने किया हमला

टीम भारत दीप |

गिरधारी पर चार दिन पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। 
गिरधारी पर चार दिन पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। 

इस दौरान पुलिस की एक टीम ने ग्रामीणों से बचकर 25 हजार के इनामी सहित चार को आगरा लेकर निकल पहुंच गई, जबकि दूसरी टीम के दरोगा सहित पांच को स्थानीय थाने में बैठा लिया गया। इसकी जानकारी होने पर रात में एसएसपी मुनिराज जी धौलपुर पहुंच गए। मामले की जानकारी के बाद स्थानीय अधिकारियों से वार्ता की जा रही थी। 

आगरा। उत्तर प्रदेश की आगरा जिले की पुलिस गो तस्करों को पकड़ने के लिए राजस्थान के धौलपुर के थाना कंचनपुर स्थित गांव कछपुरा में गई थी। गो तस्कर के साथियों ने पुलिस टीम को ग्रामीणों ने घेर लिया। पुलिस ने बचाव में गोली चला दी, जिससे गोली लगने से महिला घायल हो गई।

इस दौरान पुलिस की एक टीम  ने ग्रामीणों से बचकर 25 हजार के इनामी सहित चार को आगरा लेकर निकल पहुंच गई, जबकि दूसरी टीम के दरोगा सहित पांच को स्थानीय थाने में बैठा लिया गया। इसकी जानकारी होने पर रात में एसएसपी मुनिराज जी धौलपुर पहुंच गए। मामले की जानकारी के बाद स्थानीय अधिकारियों से वार्ता की जा रही थी। 

आपकों बता दें कि थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में आठ मई को एसओजी और थाना पुलिस ने गो तस्करों के गैंग से जुड़े नौ सदस्य गिरफ्तार किए थे। यह गैंग राजस्थान से गोवंश को लेकर आते थे। इसके बाद बिहार बेचने के लिए ले जाते थे।

गोवंश को लाने का काम वहां का गिरधारी करता था। वह भाट जाति के लोगों को रुपये देकर गोवंश लाता था। गो तस्करों से पूछताछ के बाद गिरधारी के अलावा मुन्ना का भी नाम आया था। गिरधारी पर चार दिन पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। 

तीन टीम ने एक साथ दी दबिश

आईजी रेंज नवीन अरोरा ने बताया कि गिरधारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी थी। शुक्रवार को उसकी लोकेशन पता चल गई। इस पर पुलिस टीम को गिरफ्तारी के लिए भेजा गया। इनमें थाना एत्माद्दौला, खेरागढ़ पुलिस के साथ एसओजी शामिल थी।

शुक्रवार दोपहर बाद पुलिस की तीनों टीमों ने दबिश देकर गिरधारी को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ में उसके कई साथियों के नाम सामने आए। उनके धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र के गांव कछपुरा में होने की जानकारी मिली।

इस पर पुलिस टीम ने गांव कछपुरा में दबिश दी। गिरधारी के साथी रामेश्वर सहित तीन और पकड़ लिए। पुलिस टीम चारों को लेकर आने लगी। तभी आरोपियों के परिवार की महिलाएं और अन्य लोग एकजुट हो गए। पुलिस टीमों की घेराबंदी कर पथराव करने लगी। 

महिलाओं ने आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया। वर्दी भी खींचने लगे। इस दौरान शोर मचाया कि पुलिस की वर्दी में बदमाश आ गए हैं। जान बचाने के लिए एक दरोगा ने पिस्टल से हवाई फायर कर दिया। गोली एक महिला के कान के पास जा लगी। वह गिर पड़ी। महिला के लहूलुहान होने पर लोग उग्र हो गए। पुलिस की टीम आरोपियों को लेकर गांव से बाहर निकली। 

कंचनपुर थाना में बैठाए पुलिस कर्मी

ग्रामीणों ने वर्दीधारी बदमाशों द्वारा अपहरण की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पर दी। इस पर थाना कंचनपुर की पुलिस आ गई। आगरा पुलिस की एक टीम चारों आरोपियों को लेकर आने लगी। दूसरी टीम के एक दरोगा और चार सिपाही थाना कंचनपुर में घटना की जानकारी देने पहुंच गए। राजस्थान पुलिस भी आ गई।

प्राइवेट बोलेरो में सवार पुलिसकर्मियों को रोक लिया। उन्हें थाने में ही बैठा लिया। इनमें एसआई हरिओम, हेड कांस्टेबल सुभाष, सिपाही रविंद्र, सचिन और धर्मेंद्र थे। थाने में पुलिसकर्मियों को बैठाने की जानकारी पर एसएसपी मुनिराज जी धौलपुर पहुंच गए। वह देर रात धौलपुर के एसएसपी से वार्ता कर रहे थे। 


संबंधित खबरें