आगरा: द कश्मीर फाइल्स' को लगाने के लिए विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

टीम भारत दीप |

हरियाणा समेत कुछ राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है।
हरियाणा समेत कुछ राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है।

कश्मीर पंडितों पर हुए अत्याचार के दर्दभरी कहानी को देखने के लिए भारी संख्या में लोग सिनेमाघरों में फिल्म को देखने जा रहे हैं। देश के लगभग हर शहर में दर्शक की मांग को लेकर 'द कश्मीर फाइल्स' लगाई जा रही है। आगरा सिनेमा हालों में भी इस फिल्म को लगाने की मांग हो रही है।

आगरा। इन दिनों अभिनेता अनुपम खेर अभिनीत फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर देश में खूब चर्चा हो रही है। फिल्म को देखने के लिए युवाओं में खूब क्रेज है।विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की कहानी दिखाई गई है।

कश्मीर पंडितों पर हुए अत्याचार के दर्दभरी कहानी को देखने के लिए भारी संख्या में लोग सिनेमाघरों में फिल्म को देखने जा रहे हैं। देश के लगभग हर शहर में दर्शक की मांग को लेकर 'द कश्मीर फाइल्स' लगाई जा रही है।

आगरा सिनेमा हालों में भी इस फिल्म को लगाने की मांग हो रही है। इस फिल्म को लगाने की मांग को लेकर संजय टॉकीज पर बजरंग दल और विहिप कार्यकर्ताओं हंगामा किया। इनका कहना है कि इस फिल्म को जल्द से जल्द लगाया जाए, ताकि वे सभी लोग इस फिल्म को टिकट लेकर देख सके। 

वहीं हरियाणा समेत कुछ राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया गया है।  इस बीच केरल कांग्रेस ने फिल्म की आलोचना की है। रविवार को केरल कांग्रेस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मारे गए पंडितों से ज्यादा संख्या तो मुस्लिमों की रही है।

कश्मीरी पंडितों से ज्यादा मरे मुसलमान- कांग्रेस

केरल कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'वे आतंकवादी थे जिन्होंने कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया. साल 1990 से लेकर 2007 के बीच के 17 सालों में आतंकवादी हमलों में 399 पंडितों की हत्या की गई.

इसी अवधि में आतंकवादियों ने 15 हजार मुसलमानों की हत्या कर दी. कांग्रेस ने आगे लिखा कि घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन के निर्देश पर हुआ था, जो कि आरएसएस के आदमी थे.

कांग्रेस ने की कश्मीरी पंडितों की मदद'

केरल कांग्रेस ने आगे कहा कि 'कश्मीरी पंडितों का पलायन बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार के समय में शुरू हुआ था. बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार दिसंबर 1989 में सत्ता में आई, पंडितों का पलायन उसके ठीक एक महीने बाद से शुरू हो गया।

कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने इस पर कुछ नहीं किया और नवंबर 1990 तक वीपी सिंह सरकार को अपना समर्थन देती रही, कांग्रेस ने दावा किया कि यूपीए सरकार ने जम्मू में कश्मीरी पंडितों के लिए 5242 आवास बनवाए, इसके अलावा पंडितों के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी, इसमें पंडितों के परिवार के छात्रों को स्कॉलरशिप और किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शामिल थीं।

बवाल के बाद ट्वीट हटाया

कांग्रेस की तरफ से किए गए सिलेसिलेवार कई ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया, लोगों ने कांग्रेस से कई तीखे सवाल पूछे, इसके बाद ये ट्वीट कांग्रेस ने डिलीट कर दिया। बता दें कि इस फिल्म को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। आईएमडी पर इसे 10 में 10 रेटिंग मिली है, फिल्म 11 मार्च को रिलीज हुई है और अनुपम खेर, पल्लवी जोशी एवं मिथुन चक्रवर्ती ने इसमें अभिनय किया है।

युवाओं में देखने के प्रति क्रेज

कांग्रेस द्वारा इस फिल्म के विरोध के बाद विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में इस फिल्म को देखन के प्रति काफी क्रेज है। हालत यह है कि कई ​शहरों में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता पूरे के पूरे शो का टिकट लेकर लोगों को फ्री में फिल्म देखने के लिए आमंत्रित कर रहे है। 

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