गोरखपुर रेलवे स्टेशन से तस्करी के लिए जा रहे 426 कछुए पकड़े ,सेक्स पावर की दवा में होता हैं यूज

टीम भारत दीप |

बोरियों में दुलर्भ प्रजाति के एक-दो नहीं बल्कि 426 कुछए थे।
बोरियों में दुलर्भ प्रजाति के एक-दो नहीं बल्कि 426 कुछए थे।

रेलवे स्टेशन पर रूटीन की चेकिंग चल रही थी। इंस्पेक्टर जीआरपी उपेंद्र श्रीवास्तव और आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा चेकिंग कर रहे थे। इस बीच रेलवे स्टेशन परिसर में एक संदिग्ध व्यक्ति 5- 6 बोरियों के साथ बैठा था। पुलिस को देखकर वह भागने लगा।

गोरखपुर। यूपी के गोरखपुर में जीआरपी और आरपीएफ को गोरखपुर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 9 से बड़ी कामयबी मिली। तस्करी के लिए लेकर जा रहे 426 दुर्लभ प्रजापति के कछुए के साथ एक तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

कछुए सुलतानपुर से कोलकाता तस्करी को जा रहे थे। वहां से कछुए को बंग्लादेश जाना था। बताया जा रहा है कि इसका इस्तेमाल सेक्स पावर बढ़ाने की दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस ने सभी कछुए को वन विभाग को सुपुर्द कर दिया है।

पुलिस को देखते ही भागने लगा संदिग्ध

मालूम हो कि रेलवे स्टेशन पर रूटीन की चेकिंग चल रही थी। इंस्पेक्टर जीआरपी उपेंद्र श्रीवास्तव और आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा चेकिंग कर रहे थे। इस बीच रेलवे स्टेशन परिसर में एक संदिग्ध व्यक्ति 5- 6 बोरियों के साथ बैठा था। पुलिस को देखकर वह भागने लगा। लेकिन, टीम ने दौड़ाकर उसे दबोच लिया। उसके पास कई गठरियां मौजूद थीं।

पुलिस की तलाशी में गठरियों को खोलकर देखा तो वह दंग हो गए। बोरियों में दुलर्भ प्रजाति के एक-दो नहीं बल्कि 426 कुछए थे। पुलिस के मुताबिक, एक-एक कछुओं का वजन करीब आधा से एक किलो बताया जा रहा है।

350 रुपये किलो बिकते हैं कछुए

तस्कर कछुए को सुलतानपुर से 50 रुपये में खरीदकर रोडवेज की बस से गोरखपुर आया था। यहां से वह ऑटो पर सवार होकर रेलवे स्टेशन पहुंचा। जहां से वह पूर्वांचल एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर कोलकाता जाने की फिराक में था। कोलकाता में यह कछुए करीब 350 रुपए प्रति किलो के रेट से बिकते हैं। एक किलो में एक से दो पीस ही कछुआ आता है। जहां से बड़े गैंग इसे बांग्लादेश भेज देते हैं।

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