ललितपुर में जन्म​दिन के दिन ​सीआरपीएफ जवान ने लगाई फांसी, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

टीम भारत दीप |
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पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो जवान का शव रस्सी के सहारे लटक रहा था।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो जवान का शव रस्सी के सहारे लटक रहा था।

ललितपुर के देवगढ़ रोड स्थित एक लॉज में मध्य प्रदेश के भिंड के गांव भीमपुरा निवासी अरविंद सिंह राठौर (35) कमरा नंबर 13 में ठहरा हुआ था। वह सीआरपीएफ(सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) का जवान था। लॉज संचालक ने बताया कि 13 जुलाई को दोपहर 2 बजे यहां आया था। शुक्रवार को सुबह से ही वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकला।

ललितपुर। मध्य प्रदेश के  भिंड जिले के रहने वाले एक सीआरपीएफ जवान ने अपने जन्मदिन के लिए फांसी लगाकर जान दे दी। इस आत्महत्या के पीछे जो वजह सामने आई है वह हैरान करने वाली है। जवान का शव उललितपुर में एक लॉज के बाथरूम में फांसी के फंदे पर लटका मिला।

दरवाजा तोड़कर शव को पुलिस ने निकाला। छानबीन में जवान का दो पन्ने का सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगा।जवान ने सुसाइड नोट में लिखा था- मैं पूरे अपने होशो-हवास में अपनी स्वेच्छा से सुसाइड नोट लिख रहा हूं, मेरी मौत का जिम्मेदार किसी को न ठहराया जाए।

मेरी जगह नौकरी भाई व बेटे में से किसी को दी जाए। मैं अपने घरवालों से बोलता रहता था कि मेरी मौत होना तय है। क्योंकि मेरे ऊपर कुछ देवी-देवताओं का साया है। मृतक ने यह भी लिखा है कि 5 साल पहले लालच में आकर एक कंपनी में 12 लाख रुपए नकद लगाए थे। वह कंपनी डूब गई। जिस कारण उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई।

ललितपुर के देवगढ़ रोड स्थित एक लॉज में मध्य प्रदेश के भिंड के गांव भीमपुरा निवासी अरविंद सिंह राठौर (35) कमरा नंबर 13 में ठहरा हुआ था। वह सीआरपीएफ(सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) का जवान था। लॉज संचालक ने बताया कि 13 जुलाई को दोपहर 2 बजे यहां आया था। शुक्रवार को सुबह से ही वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकला।

जब युवक कमरे से बाहर नहीं निकला तो वजह जानने के लिए रात 8 बजे लॉज के मैनेजर ने दरवाजा खटखटाया, मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी। पुलिस कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची। कमरे में कोई नहीं था।

बाथरूम का दरवाजा खोलना चाहा तो वह भी अंदर से बंद था। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो जवान का शव रस्सी के सहारे लटक रहा था। पुलिस ने मृतक के शव को नीचे उतारा। उसके सामान की तलाशी ली गई। उसके बैग से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट मिला।

जवान ने पत्र में यह लिख

मरने से पहले जवान ने अपनी सारी परेशानी सुसाइड नोट में लिखा था- 'मैं पूरे अपने होशो-हवास में अपनी स्वेच्छा से सुसाइड नोट लिख रहा हूं....मेरी मौत का जिम्मेदार किसी को न ठहराया जाए। मेरी जगह मेरे भाई जीतू सिंह या मेरे बेटे रोहित राठौर को नौकरी दे दी जाए... मेरे फंड का पैसा मेरी पत्नी रूबी देवी और मेरे बच्चों को दे दिया जाए। मैं 15 जुलाई को सुसाइड कर रहा हूं।

मेरा जन्मदिन 15-7-1986 को होता है। मेरी मानसिक स्थिति साल 2020 से बिल्कुल ठीक नहीं चल रही थी। मैं अपने घरवालों से बोलता रहता था कि मेरी मौत होना तय है। क्योंकि मेरे ऊपर कुछ देवी-देवताओं का साया है। वहीं बेटे के सुसाइड करने की खबर मिलते हीं भिंड के उसके घर वाले भागते हुए ललितपुर पहुंचे। वहीं देर शाम पुलिस ने शव का पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी और बच्चे बदहवास हो गए।

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