कानपुर:संघ का पदाधिकारी बन भाजपा नेत्री को लगाया 1 करोड़ का चूना, जांच में जुटी पुलिस

टीम भारत दीप |

ठग अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
ठग अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है।

संघ का पदाधिकारी बन ठगी का शिकार बनाने वाले विष्णु बाबू दिवाकर को लेकर रविवार को एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे में सामने आया है कि विष्णु ने कानपुर की एक भाजपा नेत्री को 45 लाख और गोरखपुर की एक इंटर कॉलेज की शिक्षिका को 60 लाख रुपये का चूना लगाया है। इसको लेकर इन दोनों महिलाओं ने कानपुर आउटर के आला अफसरों से शिकायत की है।

कानपुर। भाजपा व संघ के नेताओं को संघ का पदाधिकारी बन ठगी का शिकार बनाने वाले विष्णु बाबू दिवाकर को लेकर रविवार को एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे में सामने आया है कि विष्णु ने कानपुर की एक भाजपा नेत्री को 45 लाख और गोरखपुर की एक इंटर कॉलेज की शिक्षिका को 60 लाख रुपये का चूना लगाया है।

इसको लेकर इन दोनों महिलाओं ने कानपुर आउटर के आला अफसरों से शिकायत की है। उधर चार पीड़ितों ने मेरठ के अलग-अलग थानों में भी इस ठग के खिलाफ तहरीर दी है। जानकारी के मुताबिक ठग अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है। ​बताया गया कि विनायकपुर कल्याणपुर निवासी कमला देवी भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रह चुकी हैं।

कमला देवी के मुताबिक काफी समय पहले विष्णु दिवाकर से उनकी जान—पहचान हुई थी। उनके मुताबिक पहले जमीन और फिर कानपुर देहात की एक विधानसभा सीट से टिकट दिलाने का झांसा देकर उनसे करीब 45 लाख रुपये वसूल लिए। आरोप यह भी है कि एक मामले में विष्णु ने उनके नाम पर बैंक से तकरीबन बीस लाख रुपये की धोखाधड़ी की।

इसमें कमला देवी पर केस दर्ज हुआ। वहीं अब जब विष्णु दिवाकर का खेल उजागर हुआ है तो वह भी सामने आईं हैं। वहीं पुलिस अधिकारियों के मुताबिक विष्णु दिवाकर के खिलाफ जो भी शिकायतें आ रही हैं। उन सभी को एफआईआर में शामिल किया जाएगा। बताया गया कि एक साथ सभी की जांच की होगी। पुलिस के मुताबिक जरूरत पड़ने पर अलग से भी मुकदमे दर्ज होंगे। 

वहीं ठगी की शिकार शिक्षिका मंजू शुक्ला मूलरूप से बरेली की रहने वाली हैं। लखनऊ में उनका मायका है। बताया गया कि गोरखपुर स्थित एक सरकारी इंटर कॉलेज में वह पढ़ाती हैं। मंजू के मुताबिक वह भाजपा की कई विंग में अलग-अलग पदों पर काम कर  चुकी हैं। उनके मुताबिक कुछ समय पहले लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में विष्णु दिवाकर से उनकी मुलाकात हुई थी।

बताया गया कि तब दिवाकर ने उसने घाटमपुर में पावर प्लांट के पास जमीन खरीदवाने की बात कही थी। मंजू के मुताबिक वह दिवाकर के मंसूबों को समझ नहीं सकी और उसके झांसे में आकर पहले 28 लाख और फिर करीब 32 लाख रुपये और दे दिए। बताया गया कि विष्णु ने एक रजिस्ट्री भी उनको दी थी जो फर्जी निकली। बताया गया कि वह पट्टे की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री थी। 

मिली जानकारी के मताबिक विष्णु दिवाकर ने एक महायज्ञ कराया था। इसमें शहर में तैनात रह चुके एक आईपीएस अफसर भी शामिल हुए थे। बताया गया कि रविवार को आईपीएस और विष्णु की कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। बहरहाल मामले को लेकर पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। 
 


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