लखीमपुरखीरी: गिरफ्तारी को अड़े सिद्धू धरने पर, गृह राज्य मंत्री बोले -मेरा बेटा निर्दोष

टीम भारत दीप |

कांग्रेस नेता  सिद्धू पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद मौन धरने पर बैठ गए हैं।
कांग्रेस नेता सिद्धू पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद मौन धरने पर बैठ गए हैं।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके सरकारी आवास पर भाजपा के अवध क्षेत्र के सांसदों-विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए लखनऊ आए थे। अजय मिश्र लखीमपुर खीरी के सांसद हैं।

लखीमपुरखीरी। यूपी के लखीमपुरखीरी में एक सप्ताह पूर्व हुए बवाल के बाद सियासी घटनाक्रम लगातार जारी है। देशभर के विपक्षी दल लगातार लखीमपुरखीरी पहुंचकर सरकार पर दबाव बना रहे है।

वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले में घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र 'टेनी' ने इस वारदात में आरोपित अपने बेटे आशीष मिश्र का बचाव करते हुए उसे निर्दोष बता रहे है। वहीं विपक्ष गिरफ्तारी पर अड़ा है।

अजय मिश्र ने कहा कि उनका पुत्र निर्दोष है और वह शनिवार को पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश होगा। वहीं मंत्री के बेटे को गिरफ्तारी का मांग को लेकर पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के बाद लखीमपुर खीरी में मौन धरने पर बैठ गए हैं। 

सीएम योगी से मिले अजय मिश्र

शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके सरकारी आवास पर भाजपा के अवध क्षेत्र के सांसदों-विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए लखनऊ आए थे। अजय मिश्र लखीमपुर खीरी के सांसद हैं।

बैठक में भाग लेने के लिए वीवीआइपी गेस्ट हाउस से मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को कल नोटिस मिली थी। आज उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है।

वह कल पुलिस के सामने पेश होगा और अपना बयान व साक्ष्य देगा। भाजपा की सरकार निष्पक्ष तरीके से काम करती है। जांच में जो दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई होगी। विपक्ष की ओर से केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपनी बर्खास्तगी की मांग पर कहा कि विपक्ष तो ऐसी मांग करता ही है।

पुलिस के सामने नहीं आए आशीष

लखीमपुर हिंसा में चार किसानों की हत्या के मुख्य आरोपित और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू पुलिस की नोटिस के बावजूद शुक्रवार को पेश नहीं हुए। उन्हें सुबह दस बजे पुलिस लाइन में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के समक्ष अपना पक्ष रखना था लेकिन टीम आशीष का इंतजार ही करती रही।

इसके बाद दोपहर ढाई बजे पता चला कि वह बीमार हैं और आने में असमर्थ हैं। इसके बाद पुलिस ने उनकी कोठी पर शनिवार को 11 बजे पेश होने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया।

सीआरपीसी की धारा 160 के तहत बयान दर्ज कराने के लिए आशीष की कोठी पर गुरुवार को नोटिस चस्पा किया गया था। उम्मीद थी कि आशीष पुलिस के सामने अपना पक्ष रखेंगे लेकिन ऐसा न हुआ।

दूसरी ओर तिकुनिया हिंसा के दो आरोपितों लवकुश राणा व आशीष पांडेय को क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को सीजेएम अदालत में पेश किया। सीजेएम चिंताराम ने दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।

पूरा विपक्ष घेरने के फिराक में

लखीमपुरखीरीे में हुई घटना के बाद से पूरा विपक्ष सरकार को घेरने के लिए अपनी-अपनी रणनीति के तहत आगे बढ़ रहा है। पहले राहुल-प्रियंका, अखिलेश यादव और सतीशचंद्र मिश्रा, समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने पीड़ित परिवार से मिलकर सांतवना दी। वहीं इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश भर में सरकार की नाकामयाबीके रूप में प्रचारित करने की योजना बना रहे है।  

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