लखनऊ: घरवाली रूठकर चली गई मायके तो पति ने यूं समाप्त कर ली अपनी जीवन लीला

टीम भारत दीप |

तीनों ही सुसाइड के पीछे डिप्रेशन को वजह बताया जा रहा है।
तीनों ही सुसाइड के पीछे डिप्रेशन को वजह बताया जा रहा है।

लखनऊ के तीन अलग—अलग इलाकों से आई खुदखुशी की खबर सुनकर सभी हैरान है। हालांकि तीनों ही मामले में पुलिस जांच जारी है। लेकिन तीनों ही सुसाइड के पीछे डिप्रेशन को वजह बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक राजधानी के कैंट में इलाके में झगड़ा होने पर पत्नी के नाराज होकर मायके जाने से उदास पति ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

लखनऊ। बुधवार को सूबे की राजधानी लखनऊ के तीन अलग—अलग इलाकों से आई खुदखुशी की खबर सुनकर सभी हैरान है। हालांकि तीनों ही मामले में पुलिस जांच जारी है। लेकिन तीनों ही सुसाइड के पीछे डिप्रेशन को वजह बताया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक राजधानी के कैंट में इलाके में झगड़ा होने पर पत्नी के नाराज होकर मायके जाने से उदास पति ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। उधर अलीगंज इलाके के अन्तर्गत त्रिवेणी नगर में रहने वाले मेडिकल स्टोर संचालक ने भी डिप्रेशन के चलते फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।

वहीं तीसरी घटना जानकीपुरम इलाके की है। यहां शराब पीकर घर लौटे कैटरर्स ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

पत्नी के रूठकर मायके जाने के बाद लगाई फांसी
राजधानी में कैंट इलाके के नीलमथा का रहने वाला आकाश कुमार (24) प्लंबर का काम करता था। वह पत्नी रंजना व एक माह की दुधमुंही बच्ची के साथ रहता था। बीते रोज किसी बात को लेकर आकाश का पत्नी से झगड़ा हो गया। इससे रूठकर पत्नी बच्ची को लेकर मायके चली गई।

जिसके बाद आकाश ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। जांच जारी है।

डिप्रेशन में आकर मेडिकल स्टोर संचालक ने लगाई फांसी
खुदखुशी की दूसरी घटना के तहत अलीगंज इंस्पेक्टर पन्नेलाल यादव के मुताबिक त्रिवेणी नगर तृतीय के विज्ञान विहार निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को सूचना दी कि उनके छोटे भाई सुनील कुमार सिंह (44) ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। अनिल ने पुलिस को बताया कि सुनील मेडिकल स्टोर चलाते थे और काफी समय से अवसाद में थे।

नशे में धुत कैटर्स ने लगाई फांसी
वहीं तीसरी घटना के तहत इंस्पेक्टर जानकीपुरम बृजेश सिंह के मुताबिक मूल रूप से सीतापुर के कमलापुर निवासी अरुण पांडेय उर्फ बबलू (40) अपने भाई नीरज पांडेय के साथ जानकीपुरम विस्तार छह में रहते थे। वह कैटरिंग का काम करते था। बीती रात अरुण का भतीजा शिवम भोजन करने के लिए उन्हें बुलाने गया तो कमरा अंदर से बंद था।

बताया गया कि उसने खिड़की से झांका तो रोशनदान में गमछे से बंधे फंदे पर अरुण की लाश लटकी देख वह दंग रह गया। शिवम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया गया कि बीती देर शाम उसके चाचा अरुण शराब के नशे में घर आए और अपने कमरे में चले गए।

अरुण के खुदकुशी करने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस की जांच जारी है।


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