लखनऊ में सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर की हत्या घर में लूटपाट,पुलिस हत्यारों के तलाश में जुटी

टीम भारत दीप |

पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही गोली की पुष्टि हो सकेगी।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही गोली की पुष्टि हो सकेगी।

ललित मोहन वर्ष 2007 में बैंक से सेवानिवृत हुए थे। उनका एक बेटा पुणे में, जबकि बेटी लंदन में रहती है। पत्नी प्रीति साथ रहती हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रीति हर रोज शाम को चार से 5:30 बजे के बीच टहलने जाती थीं। गुरुवार शाम को भी वह टहलने गई थीं। प्रीति ने घर के बाहर से ताला बंद कर दिया था।

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पाश इलाके सेक्टर बी अलीगंज स्थित एसबीआइ कॉलोनी में गुरुवार शाम मुख्य बैंक प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त ललित मोहन पांडेय की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने ललित के गर्दन, हाथ और चेहरे पर नुकीले हथियार से कई वार किए थे।

वहीं इस विषय में एसीपी अलीगंज सैय्यद अली अब्बास के मुताबिक घर के भीतर का सामान बिखरा मिला है। लूटपाट की गई है। वहीं पुलिस को पीड़ित परिवार की ओर से तहरीर नहीं मिली है। वहीं इस वारदात से क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है।

2007 में हुए थे सेवानिवृत्त

घर वालों से मिली जानकारी के अनुसार ललित मोहन वर्ष 2007 में बैंक से सेवानिवृत हुए थे। उनका एक बेटा पुणे में, जबकि बेटी लंदन में रहती है। पत्नी प्रीति साथ रहती हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रीति हर रोज शाम को चार से 5:30 बजे के बीच टहलने जाती थीं।

गुरुवार शाम को भी वह टहलने गई थीं। प्रीति ने घर के बाहर से ताला बंद कर दिया था। वापस आकर उन्होंने देखा कि किचन में दीवार के सहारे ललित मोहन लहूलुहान पड़े थे। प्रीति की चीख निकल पड़ी। उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे।

घर में बिखरा पड़ा था सामान

मड़ियांव पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस के आने तक ललित मोहन की मौत हो चुकी थी। किचन से लेकर बरामदे तक खून बिखरा था, जो ललित के संघर्ष की कहानी बयां करने के लिए काफी था। भीतर के कमरों में सारा सामान इधर-उधर पड़ा था।

हत्यारे ने अलमारी और बेड के सामान फेंक दिए थे और नकदी व जेवर लूट ले गए। माना जा रहा है कि हत्यारा गेट पर ताला लगा देख दीवार फांदकर घर में दाखिल हुआ। हालांकि आशंका जताई जा रही है कि हत्यारा पहले से ही भीतर मौजूद था। ललित ने हत्यारे को देखकर विरोध किया होगा और उसने उनकी जान ले ली होगी।

रेकी की आशंका भी जताई जा रही है। चूंकि प्रीति हर रोज चार से 5:30 के बीच टहलने जाती थीं। ऐसे में संभव है कि हत्यारे को इस बात की जानकारी थी। ललित मोहन के शरीर पर गहरी चोट देखकर कुछ लोगों ने गोली मारने की आशंका भी जताई। हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही गोली की पुष्टि हो सकेगी।  

हत्या से फैली दहशत 

राजधानी के पाश कालोनी में दिनदहाड़े हुई इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राम-राम बैंक पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर लूट व हत्या की घटना हुई है। कालोनी व आसपास के लोगों में दहशत का माहौल फैल गया है।

प्रीति अभी तक पुलिस को लूट की रकम व जेवर के बारे में जानकारी नहीं दे पाई हैं। सीसी फुटेज में प्रीति घर के बाहर टहलती देखी गई हैं। पुलिस फिलहाल फुटेज के जरिये हत्यारे की शिनाख्त की कोशिश कर रही है।

ललित मोहन पांडेय की सनसनीखेज हत्याकांड के बाद से क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की अन्य टीम राजफाश में लगाई गई हैं। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि लूट की रकम का अनुमान नहीं लग सका है। पुलिस पूर्व में ललित के यहां काम करने वाले लोगो के बारे में भी पता लगा रही है।

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