अयोध्या के दो भाई गंभीर बीमारी से जूझ रहे, इलाज में लगेगा 34 करोड़ ,राष्ट्रपति से मदद की उम्मीद

टीम भारत दीप |

शायद उनकी पुकार राष्ट्रपति तक पहुंच जाए और बच्चों का जीवन संवर जाए।
शायद उनकी पुकार राष्ट्रपति तक पहुंच जाए और बच्चों का जीवन संवर जाए।

आपकों बता दें कि अयोध्या के मया बाजार के रहने वाले 12 वर्षीय प्रखर व 10 वर्षीय प्रज्वल चलने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन कदम जमी से उठा नहीं पाते, थक कर घुटनों के बल चलना अब इनकी आदत बन गई है। मयाबाजार ब्लॉक के रौव्वा लोहंगपुर निवासी धर्मेंद्र पांडेय के दोनों पुत्रों को मांस पेशियों की गंभीर बीमारी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी है।

अयोध्या-मनोज यादव। अयोध्या के मायाबाजार के रहने वाले दो भाई गंभीर बीमारी से जूझ रहे, इनके माता—पिता इनके इलाज में अपना सबकुछ गवा चुके है। सारे डॉक्टरों से इलाज कराकर हार गए है।

एम्स दिल्ली के डॉटर ने बताया है कि इनके इलाज के लिए अमेरिका से इंजेक्शन मंगाना पड़ेगा। जिसकी ​कीमत 17 करोड़  रुपये यानि दोनों भाईयों के इलाज के लिए 34 करोड़ लाख की व्यवस्था करनी होगी। ऐसे में इनके माता-पिता आज अयोध्या आ रहे राष्ट्रपति वे मदद की गुहार लगाएंगे।

आपकों बता दें कि अयोध्या के मया बाजार के रहने वाले  12 वर्षीय प्रखर व 10 वर्षीय प्रज्वल चलने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन कदम जमी से उठा नहीं पाते, थक कर घुटनों के बल चलना अब इनकी आदत बन गई है।

मयाबाजार ब्लॉक के रौव्वा लोहंगपुर निवासी धर्मेंद्र पांडेय के दोनों पुत्रों को मांस पेशियों की गंभीर बीमारी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी है। सैकड़ों में किसी एक को होने वाली यह बीमारी वंशानुगत है। बच्चों के उपचार के लिए पिता हर प्रयास कर थक हार चुके हैं।

पिता अपने बच्चों के उपचार के लिए 29 अगस्त को अयोध्या आ रहे राष्ट्रपति से मिलने की हसरत संजोए हैं, उन्हें उम्मीद है कि शायद उनकी पुकार राष्ट्रपति तक पहुंच जाए और बच्चों का जीवन संवर जाए।

अपने बच्चों का यह दर्द पिता के साथ मां साधना व बूढ़े बाबा रामबहाल के साथ परिवार के सभी सदस्यों के जीवन का हिस्सा बन चुका है, इस बीमारी से लड़ने के लिए परिवार के पास अब न तो पैसा बचा है और न ही ताकत  यही वजह है कि धर्मेंद्र अपने बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी पीड़ा उचित व्यक्ति तक पहुंचाने वाला कोई नहीं है। 

धर्मेंद्र ने बताया कि सात साल पहले यह बीमारी बड़े पुत्र प्रखर को हुई और उसके बाद छोटे पुत्र को भी इसी बीमारी ने जकड़ लिया, इलाज कराते कराते सारा पैसा खत्म हो चुका है। लखनऊ मेडिकल कॉलेज, एसजीपीजीआई, दिल्ली के एम्स, उदयपुर, राजस्थान, केरल सहित देश के नामी अस्पतालों की दौड़ लगाई लेकिन कहीं रोशनी की किरण नहीं दिखी।

दिल्ली में एम्स के चिकित्सक ने बताया कि अमेरिका में एक इंजेक्शन है, जिसकी कीमत 17 करोड़ रुपये है, दोनों बच्चों को 34 करोड़ का इंजेक्शन लगेगा.डॉक्टर की यह बात सुनकर धर्मेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई. कहा, अब ऊपर वाले का ही सहारा है, राष्ट्रपति तक बच्चों की पीड़ा पहुंच जाती तो शायद कुछ मदद हो जाती।

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