यूपीः प्राइवेटाइजेशन के विरोध में बिजलीकर्मियों की हड़ताल, प्रदेश में हाहाकार

टीम भारत दीप |

निजी कंपनियां महंगी बिजली के साथ ज्यादा बिल जनता से वसूल रही हैं।
निजी कंपनियां महंगी बिजली के साथ ज्यादा बिल जनता से वसूल रही हैं।

बिजली निर्माण से लेकर वितरण भी शामिल है। संभव हुआ तो प्रदेश में दिल्ली की तरह बीएसईएस और आगरा की तरह टोरंट जैसी कंपनियां बिजली वितरण का कार्य करेंगी।

जौनपुर। उत्तर प्रदेश में विद्युत सेवाओं को निजी हाथों में दिए जाने के विरोध में बिजलीकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। इससे प्रदेश में बिजली की वितरण व्यवस्था चरमराने लगी है। जौनपुर और आसपास के जिलों में बीते 24 घंटे से बिजली न आने के कारण हाहाकार मचा है। लोग पानी के लिए भी तरस रहे हैं। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी बिजली वितरण और निर्माण का कार्य कुछ जगह को छोड़कर राज्य सरकार के हाथों में है। अब प्रदेश सरकार की तैयारी प्रदेश भर में विद्युत व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने की है। इसमें बिजली निर्माण से लेकर वितरण भी शामिल है। संभव हुआ तो प्रदेश में दिल्ली की तरह बीएसईएस और आगरा की तरह टोरंट जैसी कंपनियां बिजली वितरण का कार्य करेंगी। 

हालांकि इन कंपनियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल हैं। आगरा में टोरंट के विरोध में बाल योगी के नेतृत्व में प्रदर्शन चल रहा है। लोगों का आरोप है कि निजी कंपनियां महंगी बिजली के साथ ज्यादा बिल जनता से वसूल रही हैं। ऐसे में निजीकरण की व्यवस्था से सरकारी क्षेत्र में रोजगार भी घटने की संभावना है। 

इसके विरोध में प्रदेश भर के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। जौनपुर के रहने वाले शादाब ने बताया कि जिले में सोमवार को दोपहर 2 बजे से लाइट नहीं आ रही है। सारे वैकल्पिक इंतजाम फेल हो चुके हैं। अब 24 घंटे बाद लोग पानी के लिए भी तरस रहे हैं। 

उनका कहना है कि आसपास के जिलों में भी यही हाल है। जौनपुर के शाहगंज में रहने वाली सकीना का कहना कि घर में खाना बनाने के लिए भी पानी नहीं बचा है। बिजली आई नहीं और पानी के लिए नल भी नहीं हैं। 


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