अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड में जेल गईं पूर्व ब्लॉक प्रमुख की मौत, हंगामा

टीम भारत दीप |

बेटे का आरोप रिहाई से पहले मारने की शाजिश रची गई है।
बेटे का आरोप रिहाई से पहले मारने की शाजिश रची गई है।

आपकों बता दें कि अलीगढ़ के लोधा गांव करसुआ और जवां के छेरत में 28 मई की सुबह जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ। इसी मामले में दर्ज मुकदमों में आरोपी शराब माफिया ऋषि शर्मा की पत्नी को जवां के एक मुकदमे में आरोपी बनाया गया था। घटना के कुछ दिन बाद ही रेनू शर्मा को जेल भेज दिया गया। उस वक्त वह गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं।

अलीगढ़। अलीगढ़ में हुए जहरीली शराब कांड ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। इस कांंड के जिम्मेदारों को सरकार ने सलाखों के पीछे पहुंचाया था। इस कांड में आरोपी बनाई गई। शामिल ऋषि शर्मा की पत्नी पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेनू शर्मा की शुक्रवार रात मौत हो गई।

तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें गंभीर अवस्था में जेएन मेडिकल कॉलेज लाया गया। मगर डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया। परिवार ने जानबूझकर मौत का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। काफी देर तक शव को मेडिकल से नहीं निकलने दिया। परिवार का आरोप है कि जमानत के बाद उनकी रिहाई शुक्रवार को जमानती सत्यापन के फेर में टाली गई थी।

पहले से बीमार थी रेनू शर्मा 

आपकों बता दें कि अलीगढ़ के लोधा गांव करसुआ और जवां के छेरत में 28 मई की सुबह जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ। इसी मामले में दर्ज मुकदमों में आरोपी शराब माफिया ऋषि शर्मा की पत्नी को जवां के एक मुकदमे में आरोपी बनाया गया था।

घटना के कुछ दिन बाद ही रेनू शर्मा को जेल भेज दिया गया। उस वक्त वह गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं। इधर, परिवार की ओर से बीमारी का हवाला देकर उन्हें जेल में उपचार न मिलने की दलील अदालत व पुलिस प्रशासन में दी गई। 

बेटे विनय के अनुसार, तमाम प्रयास के बाद हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें 9 नवंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज दाखिल किया गया था। दो दिसंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज से छुट्टी कराकर जेल ले जाया गया। तीन दिसंबर की देर रात उन्हें कारागार से फिर जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।

बेटे का आरोप मुंह से निकल रहा था झाग

रेनू शर्मा की मौत की खबर लगते ही परिवार के लोग अपने समर्थकों के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। बेटे का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने उन्हें जानकारी दी है कि उन्हें मृत अवस्था में ही लाया गया है। मुंह से झाग निकल रहा था, यह उन्हें जानबूझकर मारने की साजिश रची गई है। 

शनिवार को होने थी रिहाई

बेटे विनय ने मीडिया को बताया कि  उनकी मां की जमानत मंजूर हो गई थी। शुक्रवार को रिहाई होनी थी, मगर एक जमानती का पुलिस ने जानबूझकर सत्यापन एक पुराने मुकदमे के चलते नहीं किया। इसके चलते जमानती बदला गया और अब शनिवार को रिहाई होनी थी।

इसी बीच यह मौत इसी ओर इशारा कर रही है। इसे लेकर परिवार की ओर से हंगामा किया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया था। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस के अनुसार मौत का मेमो प्राप्त हो गया है। बाकी पोस्टमार्टम आदि की प्रक्रिया कराई जाएगी।

वहीं इस विषय में वरिष्ठ अधीक्षक कारागार विपिन मिश्रा ने बताया कि जेएन मेडिकल में भर्ती बंदी रेनू शर्मा को बृहस्पतिवार सुबह जेल दाखिल किया गया था। देर रात हालत बिगड़ने पर फिर आनन-फानन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मगर वहां मृत घोषित कर दिया गया। अब पूरे मामले में मजिस्ट्रेटी जांच होगी। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

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