वाराणसी में मौनी बाबा की कुटिया पर 20 साल से रह रहे व्‍यक्ति की हत्या, पुलिस की पड़ताल जारी

टीम भारत दीप |

मृतक सूर्यबली की पत्नी की दो वर्ष पहले मौत हो गई थी, इनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं।
मृतक सूर्यबली की पत्नी की दो वर्ष पहले मौत हो गई थी, इनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं।

बाबा की हत्या की सूचना मिलते ही उनके घरवाले और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गंगा किनारे आश्रम के पास धर्मेंद्र मिश्र (बाबा जी) भी रहते हैं जिनसे पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि शाम को सूर्यबली यादव अंदर बने कमरे में सोने चले गए।

वाराणसी। वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के अखरी चौकी अंतर्गत छितौनी में कान्हा उपवन के पास उस समय हड़कंप मच गया जब यहां एक कुटिया पर रह रहे एक संत की हत्या की खबर बाहर आई। मालूम हो कि मौनी बाबा की कुटिया पर करीब 20 साल से रह रहे सूर्यबली यादव (बाबा जी) की अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।

घटना की जानकारी गुरुवार की सुबह हुई जब गांव के कुछ लोग कुटिया पर पहुंचे तो खून से सना शव देखकर पुलिस को सूचना दिए। सूचना पर चौकी प्रभारी मनोज तिवारी पहुंचकर लोगों से बातचीत किये तो पता चला कि खनांव के रहने वाले सूर्यबली यादव का शव है जो आश्रम पर ही रहते थे।

खबर मिलते ही पहुंचे ग्रामीण

बाबा की हत्या की सूचना मिलते ही उनके घरवाले और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गंगा किनारे आश्रम के पास धर्मेंद्र मिश्र (बाबा जी) भी रहते हैं जिनसे पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि शाम को सूर्यबली यादव अंदर बने कमरे में सोने चले गए।

रात में करीब नौ बजे के आसपास नींद खुली तो वहां अक्सर आने वाला एक आदमी कुछ लोगों के साथ चबूतरे पर बैठा था जिसको उन्होंने डंडे से मारा और फालतू लोगों को बैठाने के लिए डांटने लगे। इसके कुछ देर बाद चिल्लाने की आवाज आई और कुछ ही देर बाद दो लोग गंगा किनारे की तरफ से भागने लगे और एक आदमी कान्हा उपवन गेट की तरफ से निकला।

20 साल से रहे थे आश्रम पर 

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक सूर्यबली की पत्नी की दो वर्ष पहले मौत हो गई थी। इनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। सूर्यबली छह भाइयों में पांचवे में नंबर पर थे। बड़े बेटे सुरेश ने बताया कि 20 साल से ज्यादा समय से आश्रम पर ही रहते थे और कभी कभी आयोजन में ही घर जाते थे बाकी समय आश्रम पर ही रहते थे।

हत्या के बाद घटनास्थल पर जुटी भीड़ में लोगों ने बताया कि अक्सर यहां जोड़े के साथ लोग आते हैं और शराब, गांजा और अय्याशी करते हैं।बाबा इसका विरोध भी करते रहते थे। घटनास्थल पर आश्रम के पास तीन महीने पहले जाली लगाकर बाउंड्री बनाई गई है।

जिसमे दो गेट लगे हैं जिसमें अंदर से ताला भी बंद है। हमलावर कैसे अंदर आये और कैसे बाहर गए इसकी पुलिस और घटनास्थल की फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। कान्हा उपवन में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी पुलिस खंगाल रही है।

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